बिहार के इस विश्वविद्यालय की काया पलट करने की तैयारी
मुजफ्फरपुर स्थित बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय बड़े बदलाव की ओर अग्रसर है। विश्वविद्यालय को आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए राज्य सरकार की विशेष पहल, ‘स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट्स फॉर कैपिटल एक्सपेंडिचर प्रोग्राम’ के अंतर्गत ₹10.43 करोड़ की वित्तीय सहायता प्राप्त होने की संभावना है। इस महत्वपूर्ण अनुदान को प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने बिहार राज्य उच्च शिक्षा परिषद को तीन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) प्रस्तुत की है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और भौतिक ढांचे को आधुनिक बनाना है, जिससे छात्रों को बेहतर शिक्षा और संसाधन उपलब्ध हो सकें।
प्राप्त होने वाली इस धनराशि का उपयोग विश्वविद्यालय के विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों में किया जाएगा। प्रस्तावित योजनाओं में एक नए शैक्षणिक भवन का निर्माण शामिल है, जिससे कक्षाओं और संकाय सदस्यों के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध हो सकेगा। इसके अतिरिक्त, विज्ञान और अन्य विषयों की प्रयोगशालाओं को नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित करने की भी योजना है, जो छात्रों को प्रायोगिक ज्ञान और कौशल विकसित करने में सहायक होगा। विश्वविद्यालय के पुस्तकालय को डिजिटल स्वरूप देने की भी एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जिससे छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से ज्ञान के विशाल भंडार तक आसान पहुंच मिल सकेगी। इन शैक्षणिक सुधारों के साथ-साथ, विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति (वीसी) सचिवालय और एक नए पवेलियन के निर्माण की भी योजना प्रस्तावित है, जो प्रशासनिक कार्यों और छात्रों की गतिविधियों के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान करेगा। यह वित्तीय सहायता निश्चित रूप से विश्वविद्यालय के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी और छात्रों के शैक्षणिक अनुभव को समृद्ध करेगी।