सेना को संबोधित करते हुए टैंक पर चढ़ गए शहबाज शरीफ
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सियालकोट के पास पसरूर आर्मी छावनी में एक नाटकीय दृश्य प्रस्तुत किया। बुधवार को, उन्होंने एक टैंक पर चढ़कर सैनिकों को संबोधित किया, एक ऐसा कदम जिसने कुछ लोगों को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की याद दिला दी। घास से ढके हुए टैंक को युद्ध की स्थिति का आभास देने के लिए तैनात किया गया था, जिससे घटना में नाटकीयता का तत्व जुड़ गया।
अपने संबोधन में, शरीफ ने पाकिस्तानी सेना के साहस और बलिदान की प्रशंसा की। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें कभी मौका मिला, तो वे पाकिस्तानी सैनिकों की वीरता पर एक किताब लिखेंगे। उनके शब्दों ने देशभक्ति की भावना को जगाया, और उन्होंने देश की रक्षा के लिए सेना के अटूट समर्पण पर जोर दिया। इस घटना को कई लोगों ने पाकिस्तानी सेना के मनोबल को बढ़ाने और राष्ट्रीय एकता को प्रदर्शित करने के प्रयास के रूप में देखा। कुछ लोगों ने इस दृश्य की तुलना भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सैन्य कर्मियों को संबोधित करने की शैली से की, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चा छिड़ गई।