विशेष: जहाज के अंदर था बड़ा सिनेमा हॉल, ९००० यात्रियों की यात्रा शुरू होने से पहले ही सब कुछ खत्म
जहाज नौ हजार लोगों को ले जा सकता था। २० मंजिला जहाज में सिनेमा हॉल, वाटर पार्क और मनोरंजन के हर तरह के इंतजाम थे। फिर भी ‘ग्लोबल ड्रीम २’ को रोशनी नसीब नहीं हुई। यात्रा शुरू होने से पहले ही जल समाधि। यात्री भी जहाज की विलासिता का आनंद नहीं ले सके। समुद्र के बजाय उसका पहला गंतव्य स्क्रैप यार्ड बन गया।
फिलहाल, जर्मनी के एक डॉक में पड़े इस विशाल जहाज को लेने का इच्छुक कोई नहीं है।
जहाज के इंजन और अन्य उपकरण निकालकर बाजार में बेच दिए जाएंगे। ढांचे को स्क्रैप लोहे के भाव बेच दिया जाएगा।
‘एम वी वेरफ्तेन’ द्वारा निर्मित इस जहाज की वहन क्षमता अन्य यात्री जहाजों से कहीं अधिक थी। फिर भी ‘ग्लोबल ड्रीम २’ का यह हश्र क्यों हुआ?
इस जहाज को २०२१ में अपनी यात्रा शुरू करनी थी। लेकिन उससे पहले ही दुनिया भर में कोरोना महामारी ने दस्तक दी। बड़े जहाजों की मांग धीरे-धीरे कम होती गई। पर्यटन व्यवसाय पर कोरोना का प्रभाव सबसे अधिक था।
जनवरी २०२२ में जहाज निर्माता ‘एम वी वेरफ्तेन’ ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया।
उन्होंने अपना डॉक ‘थाईसेनक्रुप’ को बेच दिया है। कुछ ही समय में ‘एम वी वेरफ्तेन’ को वह डॉक खाली करना पड़ेगा।
थाईसेनक्रुप का नौसेना डिवीजन उस डॉक में २०२४ से सेना के लिए उपकरण, पनडुब्बियां बनाएगा।
‘एम वी वेरफ्तेन’ ने खुद को दिवालिया घोषित करने के साथ-साथ अपनी चल-अचल संपत्ति बेचकर बाजार से पैसा जुटाने की कोशिश कर रहा है।
जहाज का बाहरी हिस्सा विभिन्न कलाकृतियों से समृद्ध है। सामने सुंदर चित्रकला है, जिसमें एक उड़ते हुए अंतरिक्ष यात्री और उसके पीछे एक उड़ता हुआ रॉकेट दिखाया गया है।
जहाज के सबसे ऊपर एक विशाल स्विमिंग पूल और थीम पार्क होने की बात थी। बीच के हिस्से में बेहतरीन सिनेमा हॉल होने की योजना थी।
२० मंजिला जहाज में ९ हजार यात्रियों को ठहराने के लिए सुसज्जित कमरों की व्यवस्था थी। इस जहाज को एशियाई बाजार को ध्यान में रखकर बनाया गया था। हालांकि जहाज का कुछ काम अभी बाकी था।
यदि इसे यूरोपीय या अमेरिकी बाजारों में इस्तेमाल करना होता, तो जहाज में कुछ नए बदलावों की आवश्यकता होती, जिससे लागत और बढ़ जाती।
नाम से ही अंदाजा लगाया जा सकता है, ‘ग्लोबल ड्रीम २’ की एक बहन भी है। उसका नाम ‘ग्लोबल ड्रीम’ है। इस जहाज को लेकर कंपनी ने अभी तक कोई विचार नहीं किया है।
अगर सब ठीक रहता तो दोनों बहनें मिलकर दुनिया के सबसे बड़े यात्री जहाजों का खिताब पातीं। उनका संयुक्त वजन २ लाख ८ हजार टन होता।
आकार के लिहाज़ से वे दुनिया के छठे सबसे बड़े जहाज होते। पहले पांच में ‘रॉयल कैरेबियन’ के पांच जहाज हैं।
‘ग्लोबल ड्रीम २’ की आधिकारिक कीमत अभी पता नहीं चली है। अनुमान है कि जहाज की कीमत से निर्माता कंपनी सरकार को अपना कर्ज चुका सकेगी।
वर्तमान में दुनिया का सबसे बड़ा यात्री जहाज ‘एल्योर ऑफ द सीज़’ है। इसकी यात्री वहन क्षमता लगभग सात हजार है।