पाकिस्तान में फिर एक्शन में बीएलए! राशन में आग लगाई, जासूस की हत्या की, प्रेस विज्ञप्ति में खुलकर किया दावा
पहलगाम में हाल ही में हुई आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंधों में नए सिरे से जो तनाव पैदा हुआ है, उसी के बीच पाकिस्तान के अंदर बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) लगातार मजबूत हो रही है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर लगातार हमले करके यह अलगाववादी समूह अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है।
हाल ही में बलूचिस्तान में सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर किए गए उनके हमलों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। बीएलए ने दावा किया है कि उन्होंने पाकिस्तान अधिकृत बलूचिस्तान के ५१ से अधिक स्थानों पर कुल ७१ हमले किए हैं, जिनका लक्ष्य पाकिस्तान के सैन्य और खुफिया ठिकाने थे।
इसी क्रम में १४ मई को कुलबर में सुरक्षा बलों के लिए राशन ले जा रहे एक वाहन पर बीएलए ने हमला किया। इस हमले के संबंध में समूह ने एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की है। विज्ञप्ति में बीएलए ने दावा किया है कि उनके लड़ाकों ने उस दिन शाम ४ बजे कुलबर शाहब रोड पर नाकेबंदी की और कब्जेदार फ्रंटियर कॉर्प्स (एफसी) के लिए राशन और मवेशी ले जा रहे वाहनों को रोककर राशन में आग लगा दी।
बीएलए ने एक बार फिर स्थानीय लोगों को चेतावनी दी है कि वे कब्जेदार बलों को किसी भी तरह की सहायता देना बंद करें, अन्यथा उनके प्रति कोई दया नहीं दिखाई जाएगी।
इसके अलावा, कुछ दिन पहले जीवाणी में एक महत्वपूर्ण सूचना देने वाले (मुखबिर) की हत्या की बात भी बीएलए ने स्वीकार की है और इस संबंध में भी एक बयान जारी किया है। इसमें मारे गए व्यक्ति की पहचान मुल्ला शरीफ के रूप में बताई गई है। बीएलए ने दावा किया है कि पिछले एक दशक से वह बलूचिस्तान पर कब्जा करने वाली पाकिस्तानी सेना, कोस्ट गार्ड और सैन्य खुफिया एजेंसी के एजेंट के रूप में काम कर रहा था और एमआई अधिकारी अब्दुल्ला लोढाना उर्फ उमर का करीबी सहयोगी था।
कुल मिलाकर, बलूच लिबरेशन आर्मी की इन बढ़ती गतिविधियों और उनकी खुली घोषणाओं ने पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा स्थिति पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं।