गूगल प्ले स्टोर पर फर्जी ऐप्स पहचानने के 5 तरीके, जानकर रहें सतर्क
गूगल प्ले स्टोर से लगातार फर्जी और खतरनाक ऐप्स हटाए जाने के बावजूद, धोखेबाज नए-नए तरीकों से असली ऐप्स का भेष बदलकर छिपे रहते हैं। हाल ही में गूगल ने लगभग 15 लाख खतरनाक ऐप्स हटाए हैं, जो यूज़र्स के फोन से डेटा चुराकर डार्क वेब पर बेचते हैं या सीधे ब्लैकमेल करके लाखों रुपये ऐंठते हैं।
लेकिन सवाल यह है कि आप कैसे समझेंगे कि कोई ऐप असली है या नकली? किसी लोकप्रिय ऐप का नाम सर्च करने पर प्ले स्टोर पर कई ऐप्स दिख जाते हैं, जिनके नाम भी लगभग एक जैसे होते हैं। इनमें कई थर्ड पार्टी फेक ऐप्स भी छिपे होते हैं। फोन में डाउनलोड करते समय फेक थर्ड पार्टी ऐप और एंटीवायरस सॉफ्टवेयर को पहचानने के कुछ आसान तरीके नीचे दिए गए हैं।
फर्जी ऐप पहचानने के आसान तरीके:
- नाम और डेवलपर पर ध्यान दें:सबसे पहले, जिस ऐप को आप डाउनलोड करना चाहते हैं, उसके डेवलपर का नाम देखना ज़रूरी है। कई बार एक ही नाम के कई ऐप्स दिखते हैं। ऐसे में, ऐप का नाम और डिसक्रिप्शन (विवरण) भी अच्छी तरह से देख लेना चाहिए। गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर से कोई भी ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी समीक्षा (रिव्यू), रेटिंग और डाउनलोड संख्या (डाउनलोड काउंट) की तुलना करने से एक संभावित अंदाज़ा मिल जाएगा।
- प्रकाशन की तारीख और स्क्रीनशॉट सत्यापित करें:ऐप कब प्रकाशित हुआ है, यह जानना भी ज़रूरी है। ऐप डाउनलोड करने से पहले स्क्रीनशॉट अच्छी तरह से देख लें। यदि उनमें कुछ भी संदिग्ध लगे, तो उस ऐप से दूर रहें।
- अनुमतियों (परमिशन) पर ध्यान दें:कोई भी ऐप आपके फोन में क्या-क्या अनुमतियाँ मांग रहा है, यह देखकर भी आप फर्जी ऐप को पहचान सकते हैं। यदि कोई ऐप आपके फोन में अनावश्यक कैमरा, ऑडियो, लोकेशन, फोन कॉल या कोई अन्य अनुमति मांगता है, तो वह एक फर्जी ऐप हो सकता है। क्योंकि इस तरह की अनुमतियों का उपयोग साइबर धोखाधड़ी के लिए किया जा सकता है।
- वर्तनी और व्याकरण संबंधी त्रुटियाँ:डाउनलोड करने से पहले ऐप का विवरण (डिसक्रिप्शन) पढ़ें। यदि आपको किसी ऐप में वर्तनी या व्याकरण संबंधी त्रुटियाँ मिलती हैं, तो उसके फर्जी ऐप होने की संभावना अधिक है। असली ऐप्स में ऐसी गलतियाँ आमतौर पर नहीं होती हैं।
- गूगल प्ले प्रोटेक्ट का उपयोग करें:आप गूगल प्ले प्रोटेक्ट की मदद से ऐप्स और डिवाइस को मैलवेयर के खतरों से बचा सकते हैं।
प्ले प्रोटेक्ट चालू करने का तरीका: प्ले स्टोर ऐप में अपनी प्रोफाइल आइकन पर जाएं, ‘प्ले प्रोटेक्ट’ पर टैप करें, सेटिंग्स में जाकर ‘प्ले प्रोटेक्ट के साथ ऐप्स स्कैन करें’ चालू करें।
डिवाइस सत्यापित करना: आपका डिवाइस ‘प्ले प्रोटेक्ट सर्टिफाइड’ है या नहीं, यह जांचने के लिए गूगल प्ले स्टोर ऐप खोलें। ऊपर दाएं कोने में प्रोफाइल आइकन पर जाएं और सेटिंग्स में जाकर देखें कि आपका डिवाइस ‘प्ले प्रोटेक्ट सर्टिफाइड’ है या नहीं।
इन आसान तरीकों का पालन करके आप खुद को और अपने स्मार्टफोन को फर्जी और खतरनाक ऐप्स से बचा सकते हैं।