आयुर्वेदिक जीवनशैली: आयुर्वेदिक शैंपू से पाएं चमकदार, मुलायम और जड़ से मजबूत बाल
आयुर्वेदिक शैंपू जीवनशैली: शैंपू, वो भी आयुर्वेदिक! सुनकर शायद कई लोग हैरान हो जाएंगे। लेकिन, यह आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर शैंपू आपको राहत दे सकता है। एक तरफ दाम ज़्यादा न होने से आपका ज़्यादा खर्च नहीं होगा। वहीं दूसरी तरफ यह शैंपू आपके बालों की शक्ति और चमक बढ़ाएगा।
यह आयुर्वेदिक शैंपू बिल्कुल हेयर पैक जितना ही महत्वपूर्ण है। एक बार अगर आप इसे इस्तेमाल करते हैं, तो आपका बाज़ार से रासायनिक शैंपू खरीदने का मन ही नहीं करेगा। इतना ही नहीं, सबसे बड़ी बात यह है कि आप बाल साफ करने के लिए घर पर ही औषधीय गुणों वाला यह शैंपू बना सकते हैं, जो कोई मामूली बात नहीं है।
आमतौर पर बाज़ार में जो शैंपू हम देखते हैं, उनके बारे में विभिन्न विज्ञापन कई मीडिया में दिए जाते हैं। जिनमें दावा किया जाता है कि इन शैंपू का इस्तेमाल करने से डैंड्रफ दूर हो जाएगा। बाल मुलायम, एकदम चमकदार हो जाएंगे। लेकिन, वास्तव में ऐसा नहीं होता। इस्तेमाल करने के बाद ज़्यादातर ग्राहकों का ऐसा ही अनुभव होता है। कई लोगों की तो यह भी शिकायत है कि उन शैंपू का इस्तेमाल करने से फ़ायदे से ज़्यादा नुकसान ही हुआ है।
शैंपू किससे बनाएंगे?
- साबुन बादाम (रीठा के फल) – 100 ग्राम
- शिकाकाई – 20 ग्राम
- सूखे आंवला – 20 ग्राम
- पानी – 2 कप
आयुर्वेदिक शैंपू कैसे बनाएं?
- एक पैन में दो कप पानी लें और उसे उबाल लें। इसमें सूखे आंवला, रीठा के फल और शिकाकाई डालें। जब तक पानी आधा न हो जाए, तब तक मिश्रण को उबालते रहें।
- इस मिश्रण को ठंडा करने के लिए एक तरफ रख दें।
- फिर रीठा के फलों को अच्छी तरह से छान लें।
- छने हुए मिश्रण को एक साफ बोतल में रख सकते हैं।
- ज़रूरत के अनुसार इस मिश्रण का उपयोग बाल धोने के लिए कर सकते हैं।
चिकित्सकों के अनुसार, बालों के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण केराटिन है। यह एक प्रोटीन है। यह प्रोटीन रोमकूपों में बनता है। इन रोमकूपों में पुरानी कोशिकाओं की जगह नई कोशिकाएं जन्म लेती हैं। इस कोशिका परिवर्तन के दौरान कुछ बाल झड़ सकते हैं। कम मात्रा में बालों का झड़ना कोई समस्या नहीं है। लेकिन, अगर लंबे समय तक बालों का झड़ना बढ़ जाए, तो विशेष देखभाल की ज़रूरत होती है। यह कहना ही होगा।
बालों की इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए दुकानों में कई शैंपू मिलते हैं। लेकिन, उनमें ढेर सारे रासायनिक पदार्थ होते हैं। इसलिए शैंपू चुनने से पहले सावधान रहें। लेकिन, उपाय क्या है? क्योंकि, सिर की त्वचा से मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाना बालों के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है। इसीलिए तो शैंपू का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन, वो कुछ अच्छा होना चाहिए। फ़ायदा पाने की कोशिश में नुकसान उठाना कोई समझदारी की बात नहीं है। इसलिए, घर पर ही आयुर्वेदिक शैंपू बनाएं। और उसका इस्तेमाल करें। इससे आपको बहुत फ़ायदा मिलेगा।