‘खतरनाक’ भारत के डर से पाकिस्तान कर रहा परमाणु हथियारों को मजबूत! अमेरिकी रिपोर्ट का दावा
वॉशिंगटन: अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी (DIA) की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान भारत को अपने अस्तित्व के लिए खतरा मानता है। इसी कारण पाकिस्तानी सेना अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को फिर से मजबूत करने में जुटी है। यह रिपोर्ट ऐसे समय में सामने आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम में अपनी मध्यस्थता का दावा कर रहे हैं।
अमेरिकी रक्षा विभाग का हिस्सा, DIA द्वारा इस वर्ष जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत चीन को अपना मुख्य प्रतिद्वंद्वी मानता है। वहीं, नई दिल्ली के लिए पाकिस्तान केवल एक सुरक्षा समस्या है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के साथ हालिया झड़पों के बावजूद, भारत उसे अपना प्रमुख सैन्य विरोधी नहीं मानता। हालांकि, रिपोर्ट में भारत-पाकिस्तान युद्धविराम में अमेरिका की भूमिका का कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
रिपोर्ट में भारत की भविष्य की विदेश नीति पर भी विस्तृत टिप्पणी की गई है। इसमें कहा गया है कि भारत रक्षा क्षेत्र में ‘मेड इन इंडिया’ पर अधिक जोर देगा। भारत का लक्ष्य घरेलू हथियारों का उत्पादन बढ़ाना, अपनी सेना को आधुनिक बनाना और हथियारों के आयात को कम करना है। नई दिल्ली अपने पुराने और दीर्घकालिक मित्र रूस के साथ भी मजबूत संबंध बनाए रखेगी। मोदी काल में हथियारों के आयात के लिए रूस पर भारत की निर्भरता काफी कम हुई है। इसके बावजूद, रूस और चीन के गहरे संबंधों को ध्यान में रखते हुए भारत मास्को के साथ अपनी दोस्ती को खराब नहीं होने दे रहा है।
अमेरिकी रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पाकिस्तान का उद्देश्य भारत के साथ छोटे-मोटे संघर्षों को बनाए रखना है। क्योंकि पाकिस्तान भारत को ‘खतरनाक’ मानता है, इसलिए वह अपनी सेना को आधुनिक बनाने और परमाणु शस्त्रागार को मजबूत करने के अलावा, अपने परमाणु हथियारों की सुरक्षा को और पुख्ता कर रहा है। चीन ने इस संबंध में पाकिस्तान की काफी मदद की है, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान में चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर हमले हुए हैं।