चाय-सिगरेट की घातक जोड़ी: शरीर को अंदर से खोखला कर रही है यह ‘साइलेंट किलर’ आदत!
लाखों लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन चुकी चाय के साथ सिगरेट पीने की आदत, खासकर युवाओं में, तनाव कम करने का एक आसान तरीका मानी जाती है। हालांकि, चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि चाय और सिगरेट का यह मेल किसी धीमे जहर से कम नहीं, जो शरीर को अंदर से खोखला कर देता है। यह आदत न सिर्फ कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है, बल्कि आपकी जीवन प्रत्याशा को भी काफी कम कर सकती है।
2023 में ‘एनाल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन’ में प्रकाशित एक अध्ययन में सामने आया कि बहुत गर्म चाय पीने से भोजन नली (एसोफैगस) की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है। जब इसमें सिगरेट का धुआँ भी शामिल हो जाता है, तो यह नुकसान का खतरा दोगुना कर देता है, जिससे ग्रासनली और गले के कैंसर का जोखिम तेजी से बढ़ जाता है।
चाय में मौजूद कैफीन पाचन के लिए एसिड बनाता है, लेकिन अधिक मात्रा में इसके सेवन से पेट की परत को नुकसान पहुंच सकता है। वहीं, सिगरेट में मौजूद निकोटीन को खाली पेट चाय के साथ लेने पर सिरदर्द, चक्कर आना और मतली जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
डॉक्टरों के अनुसार, सिगरेट पीने से हृदय रोग का खतरा 7% बढ़ जाता है और व्यक्ति की औसत जीवन प्रत्याशा 20 वर्ष तक कम हो सकती है। जब चाय की गर्म भाप के साथ सिगरेट का धुआँ भी शरीर के अंदर जाता है, तो इसका सीधा असर फेफड़ों पर पड़ता है और वे धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होने लगते हैं।
इन गंभीर स्वास्थ्य खतरों से रहें सावधान
चाय और सिगरेट के इस मिश्रण से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं जुड़ी हैं। इनमें हृदय रोग, गले और ग्रासनली का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, नपुंसकता और बांझपन, अल्सर और गैस्ट्रिक समस्याएं, याददाश्त में कमी, मस्तिष्क और हृदय आघात (स्ट्रोक) तथा कम उम्र में मृत्यु का खतरा शामिल है।
विशेषज्ञों की राय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि चाय और सिगरेट का यह मेल एक ‘साइलेंट किलर’ है। यह छोटी सी आदत कुछ समय के लिए भले ही राहत दे, लेकिन इसकी कीमत जीवन भर चुकानी पड़ सकती है। विशेषज्ञ इस आदत को जल्द से जल्द छोड़ने की सलाह देते हैं, क्योंकि इस संबंध में जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है।
अस्वीकरण: प्रिय पाठक, यह जानकारी आपको जागरूक करने के उद्देश्य से लिखी गई है। इसे लिखने में सामान्य जानकारी का सहारा लिया गया है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी सलाह को अपनाने से पहले कृपया डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।