घर में नीम का पेड़: शुभ या अशुभ? ज्योतिष और वास्तु के अनुसार प्रभाव
कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि घर में नीम का पेड़ लगाना शुभ होता है या अशुभ। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र दोनों में ही नीम के पेड़ को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना गया है। यह न केवल स्वास्थ्य लाभ देता है, बल्कि यह भी माना जाता है कि यह ग्रहों के दोषों को दूर करने में सहायक है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नीम के पेड़ का महत्व
ज्योतिषियों के अनुसार, नीम का पेड़ शनि, राहु और केतु के अशुभ प्रभावों को दूर करने में सक्षम है। माना जाता है कि इस पेड़ को सही दिशा में लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, नीम के पेड़ का मंगल ग्रह से सीधा संबंध है, साथ ही शनि और केतु ग्रह भी इससे जुड़े हैं।
सही दिशा का महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर के बाहर दक्षिण दिशा में नीम का पेड़ लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिशा में नीम का पेड़ लगाने से घर में स्थायी समृद्धि आती है और सकारात्मक वातावरण बनता है।
पितृदोष और वास्तुदोष निवारण
हिंदू धर्म में नीम के पेड़ को ‘नीमाधि देवी’ के रूप में पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस पेड़ से निकलने वाली सुगंध से देवी प्रसन्न होती हैं। नीम के पेड़ की लकड़ी से यज्ञ करने पर वास्तुदोष दूर होता है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। यह भी माना जाता है कि यह पूर्वजों के श्राप या पितृदोष से मुक्ति दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा, घर में नीम की पत्तियां जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
शनि-मंगल और केतु के उपाय
- मंगल ग्रह का उपाय: नीम के पेड़ में जल चढ़ाने से हनुमानजी प्रसन्न होते हैं और मंगल के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं।
- शनि का उपाय: नीम की माला पहनने से शनि के अशुभ प्रभाव से रक्षा होती है। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए घर के बाहर नीम का पेड़ लगाया जाता है, खासकर मकर और कुंभ राशि के जातकों के लिए यह अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
- केतु का उपाय: पानी में नीम की पत्तियां मिलाकर स्नान करने से केतु ग्रह शांत होता है।
इस प्रकार, ज्योतिष और वास्तु शास्त्र दोनों के अनुसार, घर में नीम का पेड़ लगाना शुभ माना जाता है, बशर्ते इसे सही नियमों और दिशा में स्थापित किया जाए।