‘मृत’ युवती 18 महीने बाद ज़िंदा लौटी, झाबुआ में हिला देने वाला मोड़!

मध्य प्रदेश के झाबुआ से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहाँ एक युवती, जिसे मृत मान लिया गया था और जिसके ‘बलात्कार-हत्या’ के मामले में तीन लोगों को जेल हुई थी, 18 महीने बाद ज़िंदा वापस लौट आई है। अगस्त 2023 में उसके लापता होने के बाद एक शव मिला था, जिसकी पहचान उसके परिजनों ने की थी, जिसके बाद बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया था। तीन संदिग्धों की गिरफ्तारी और जेल से इस त्रासदी का अध्याय बंद होता दिख रहा था। हालांकि, उसके अचानक लौटने से पूरी जांच में खलबली मच गई है, जिससे उसके परिजन और पुलिस दोनों हैरान हैं।
पुलिस अब कई महत्वपूर्ण सवालों से जूझ रही है: वह पिछले 18 महीनों से कहाँ थी? वह कौन थी जिसका शव परिजनों ने पहचाना और अंतिम संस्कार किया? और परिजनों ने मृतका की पहचान गलती से अपनी बेटी के रूप में कैसे कर ली? इन परेशान करने वाले सवालों ने पुलिस को इस मामले में नए सिरे से, व्यापक जांच शुरू करने के लिए प्रेरित किया है। इस नए घटनाक्रम के पहले ही महत्वपूर्ण कानूनी परिणाम सामने आए हैं, जिसमें मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर पीठ ने तीनों आरोपियों में से एक को जमानत दे दी है, नए जानकारी को स्वीकार करते हुए। युवती खुद अपने आधार और वोटर कार्ड लेकर पुलिस के पास पहुँची थी, जिसमें उसने दावा किया कि वह अगस्त 2023 में अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। उसने आरोप लगाया कि उसके प्रेमी ने उसे एक साल तक कोटा में बंधक बनाकर रखा, बार-बार उसके साथ दुर्व्यवहार किया, और फिर उसे ₹5 लाख में किसी और को बेच दिया। वह भागने में सफल रही और अपने घर वापस आ गई, केवल यह जानने के लिए कि उसे मृत घोषित कर दिया गया था और उसका अंतिम संस्कार हो चुका था। चल रहा मुकदमा, जो अपने निर्णायक दौर में पहुँच गया था, ने अब एक अप्रत्याशित मोड़ ले लिया है, जिसमें अदालत ने इन चौंकाने वाली जानकारियों के आधार पर पूरी तरह से फिर से जांच का आदेश दिया है।