पाकिस्तानी युवती नफीसा भारतीयों के ब्रेनवॉश में प्यादा थी

लखनऊ: पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश एटीएस ने वाराणसी से तुफैल मकसूद को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद शनिवार को एक नया तथ्य सामने आया है। पता चला है कि तुफैल का नाफिसा नामक एक पाकिस्तानी महिला से संपर्क था। नाफिसा के निर्देश पर वह भारतीय युवाओं को कट्टरपंथ की ओर आकर्षित करता था।
जानकारी के अनुसार, तुफैल कुल 19 व्हाट्सएप ग्रुप चलाता था। इन ग्रुपों में 800 लोग जुड़े हुए थे। तुफैल भारतीय युवाओं को धर्म के नाम पर कट्टरपंथ की ओर आकर्षित करता था। उनका ब्रेनवॉश करने के लिए वह उन व्हाट्सएप ग्रुपों में कई धर्मगुरुओं और आतंकी संगठनों के भड़काऊ बयान साझा करता था। यहां तक कि खुद को गजवा-ए-हिंद का प्रतिनिधि बताते हुए तुफैल कहता था कि 2047 से पहले भारत में मुस्लिम शासन स्थापित करना होगा। देश में शरिया कानून लागू करना होगा।
तुफैल को इस तरह के भड़काऊ वीडियो नाफिसा ही भेजती थी। सोशल मीडिया के माध्यम से दोनों का परिचय हुआ था। उसके बाद पिछले चार महीने से उनका नियमित संपर्क था। एटीएस के रडार पर नाफिसा की सोशल मीडिया प्रोफाइल भी है। अकाउंट खंगालने पर पता चला है कि बरेली, मुरादाबाद, रामपुर, कन्नौज, लखनऊ और वाराणसी के छह लोगों सहित कुल 240 भारतीय युवाओं से उसका संपर्क था। सूत्रों के अनुसार, आईएसआई ने नाफिसा का इस्तेमाल कर युवाओं को आकर्षित करने और उन्हें जासूसी के काम में लगाने की योजना बनाई थी। उस मामले की जांच की जा रही है।