अचानक आएगा हार्ट अटैक! एक महीने पहले शरीर में दिखने वाले इन लक्षणों को गलती से भी नज़रअंदाज़ न करें, हो सकती है मौत

आजकल की व्यस्त जीवनशैली के कारण सभी अपने स्वास्थ्य के प्रति उदासीन हैं। हालांकि, स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। दुनियाभर में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ रही है।
हार्ट अटैक होने के बाद समय पर ध्यान न देने पर मरीज की मौत भी हो सकती है। इसलिए व्यस्त जीवन में अपने स्वास्थ्य का अतिरिक्त ध्यान रखना ज़रूरी है। शरीर में लगातार हो रहे बदलावों को नज़रअंदाज़ न करके सही इलाज से शरीर को स्वस्थ रखना चाहिए। शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना हार्ट अटैक का एक मुख्य कारण है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर हृदय की रक्त वाहिकाएं बंद हो जाती हैं, जिसका असर शरीर के रक्त प्रवाह पर तुरंत देखा जाता है।
हार्ट अटैक होने से कुछ दिन पहले शरीर में गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करके तुरंत डॉक्टर से सलाह लेकर सही इलाज कराना चाहिए। बर्गर, पिज्जा, समोसे, मैदे से बने खाद्य पदार्थ, व्यायाम की कमी, शारीरिक गतिविधियों की कमी आदि का प्रभाव शरीर पर तेजी से देखा जाता है। इसलिए आज हम आपको हार्ट अटैक होने से एक महीने पहले शरीर में कौन से लक्षण दिखाई देते हैं, इस बारे में विस्तृत जानकारी देंगे। यदि ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज कराएं।
बार-बार चक्कर आना
हार्ट अटैक होने से एक महीने पहले बार-बार चक्कर आना शुरू हो जाता है। उठते-बैठते समय चक्कर आने की बात को नज़रअंदाज़ न करके तुरंत डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज कराएं। यह शरीर को गंभीर बीमारियों से बचाएगा। हृदय में पर्याप्त रक्त की आपूर्ति न होने या हृदय के रक्त प्रवाह में बाधा आने के कारण लगातार चक्कर आना शुरू हो जाता है।
पैर या टखनों में सूजन
कई बार बिना किसी कारण के पैरों के टखनों में सूजन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक होती है। जब हृदय शक्ति से रक्त पंप करना बंद कर देता है, तो पैरों के टखनों में सूजन या पैरों में सूजन आदि लक्षण शरीर में दिखाई देने लगते हैं। पैरों में भारीपन महसूस होना, जूते का कसना या टखनों में दबाव महसूस होना आदि लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
थकान महसूस होना
व्यस्त जीवनशैली के कारण आजकल हर व्यक्ति थोड़ा सा काम करने के बाद भी जल्दी थकान महसूस करता है। हालांकि, लगातार थकान स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक है। शरीर में ऑक्सीजन युक्त रक्त हृदय तक ठीक से न पहुंचने के कारण शरीर की कोशिकाओं तक ऊर्जा कम पहुंचती है, जिसके कारण शरीर में लगातार थकान या कमजोरी महसूस होती रहती है। हृदय की कमजोरी के कारण मांसपेशियों में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है।