अमेरिका में यहूदी विरोधी भावना! ‘कितने बच्चों को मारा है?’ इजरायलियों के मार्च पर बम फेंकने वाला व्यक्ति गिरफ्तार

गाजा-इजरायल युद्ध के बीच अमेरिका के कोलोराडो में तीव्र यहूदी विरोधी भावना देखी गई। फिलिस्तीन की मुक्ति के लिए नारे लगाते हुए, एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने इजरायलियों के एक समूह पर कॉकटेल बम फेंका। इस विस्फोट में कम से कम 6 लोग घायल हो गए। वे सभी झुलसी हुई हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।
पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई का दावा है कि यह एक सुनियोजित आतंकवादी हमला है, जिसके पीछे यहूदी विरोधी भावना है। रविवार को इस घटना के बाद कोलोराडो के बोल्डर क्षेत्र में दहशत फैल गई है।
Man arrested for "targeted terrorist attack" in Colorado, six people injured: FBI
— ANI Digital (@ani_digital) June 2, 2025
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रविवार को गाजा में बंधक बनाए गए इजरायलियों की रिहाई की मांग को लेकर कोलोराडो के बोल्डर शहर में एक मार्च निकाला गया था। इसमें वहां के इजरायली नागरिक शामिल थे। उसी मार्च पर अचानक हमला हुआ! प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जींस और काले चश्मे पहने, ऊपर से नंगे बदन लगभग पैंतालीस साल के एक व्यक्ति ने दोनों हाथों से बोतलें उस मार्च की ओर फेंकीं। साथ ही, उसके मुंह से इजरायल विरोधी सभी नारे सुनाई दिए। कभी ‘फ्री फिलिस्तीन’, कभी ‘वे हत्यारे हैं’, तो कभी उसका सवाल, ‘तुमने कितने बच्चों को मारा है?’ हमले के बाद वह यह सब बातें कहते हुए गुस्से में फट पड़ा। इधर, विस्फोट में एक-एक करके 6 लोग घायल हो गए। हालांकि, पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल भेजने के साथ ही उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। पता चला है कि उसका नाम मोहम्मद सबरी सोलिमन है।
बोल्डर शहर के पुलिस प्रमुख स्टीफन रेडफर्न ने बताया है कि सोलिमन के एक हाथ में आग लगाने वाला बम था और दूसरे हाथ में मोलोटोव कॉकटेल। उसने इजरायलियों के मार्च पर दोनों तरह के बमों से हमला किया है। साथ ही, लगातार इजरायल विरोधी नारे भी लगाए। कुल मिलाकर जांचकर्ताओं का मानना है कि यह एक पूरी तरह से सुनियोजित हमला है। घायल व्यक्तियों की उम्र 67 से 70 साल के बीच है। वे अस्पताल में भर्ती हैं। हमले का वीडियो पहले ही वायरल हो चुका है। पुलिस सोलिमन से पूछताछ कर हमले का मकसद जानना चाहती है। क्या यह फिलिस्तीन की मुक्ति की मांग को लेकर उसका व्यक्तिगत हमला था या वह किसी आतंकवादी संगठन के लिए काम कर रहा था? कई सवाल बने हुए हैं।