लगातार बारिश और भूस्खलन से उत्तरी सिक्किम बेहाल, मंगन-चुंगथांग को जोड़ने वाले फिडांग बेली ब्रिज पर मरम्मत का काम शुरू, देखें वीडियो

लगातार बारिश और भूस्खलन से उत्तरी सिक्किम बेहाल है। गत 28 मई को मानसून के उत्तर बंगाल में प्रवेश करने के बाद भारी बारिश से तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ने लगा। शनिवार को तीस्ता खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी। रविवार सुबह चुंगथांग बांध परियोजना की गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला पानी के तेज बहाव में बह गई।
लगातार भारी बारिश के कारण उत्तरी सिक्किम में निर्माणाधीन संकल्प पुल का एक हिस्सा भी तीस्ता नदी के पानी में बह गया है। तीस्ता के उफान में पत्थर और कंक्रीट के ढहने से फिडांग बेली ब्रिज बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। गौरतलब है कि यह पुल उत्तरी सिक्किम के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह जोंगु, चुंगथांग, लाचुंग और लाचेन को क्षेत्र के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र संपर्क मार्ग है। आज सुबह से पुल के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हिस्से पर युद्धस्तर पर मरम्मत का काम चल रहा है।
#WATCH | Mangan, Sikkim | Restoration work underway as one of the bases of the Phidang Bailey Bridge connecting Mangan to Chungthang is partially damaged due to the current of the Teesta River. pic.twitter.com/9tWy3vRbup
— ANI (@ANI) June 2, 2025
आपदाग्रस्त उत्तरी सिक्किम में गत शनिवार से बिजली और पीने का पानी नहीं है। विभिन्न सड़कों के अवरुद्ध होने से भोजन की समस्या भी बढ़ रही है। उत्तरी सिक्किम के विभिन्न इलाकों में कम से कम डेढ़ हजार पर्यटक फंसे हुए हैं। सिक्किम प्रशासन की ओर से पर्यटकों को होटलों में रहने की सलाह दी गई है। सड़कें खुलने के बाद उन्हें गंगटोक लाया जाएगा।