भविष्य का बड़ा खतरा 80% भारतीयों को होगा रिटायरमेंट पर आर्थिक संकट

नई दिल्ली भारत में 80% से अधिक लोगों को रिटायरमेंट के बाद अपनी बचत खत्म होने का गंभीर खतरा मंडरा रहा है, जिसमें मध्यम वर्ग सर्वाधिक प्रभावित होगा। एक नई चेतावनी के अनुसार, भारतीय मध्यम वर्ग एक बड़े रिटायरमेंट संकट का सामना कर रहा है। सर्वे बताते हैं कि पांच में से चार भारतीय आय बंद होने के बाद आर्थिक रूप से कंगाल हो सकते हैं। वेल्थ एडवाइजर मोहित बेरीवाला के अनुसार, यह कोई भविष्य की समस्या नहीं बल्कि वर्तमान हकीकत है, जहां मुख्य चुनौती यह है कि कमाई बंद होने पर आपका पैसा कितने समय तक चलेगा।
दशकों तक काम करने, बच्चों की पढ़ाई और घर के लोन चुकाने के बाद भी अधिकांश मध्यम वर्गीय भारतीयों के पास रिटायरमेंट के लिए कोई ठोस बचत या बैकअप योजना नहीं होती। खर्चों में लगातार वृद्धि और महंगाई के कारण रिटायरमेंट के बाद जीवनयापन मुश्किल हो जाता है। इस वित्तीय संकट से बचने के लिए बेरीवाला ‘15% नियम’ का पालन करने की सलाह देते हैं, जिसके तहत अपनी कुल मासिक आय का 15% केवल रिटायरमेंट के लिए निवेश करना चाहिए। उनका कहना है कि बिना उचित योजना के रिटायरमेंट के बाद का जीवन आराम से नहीं बल्कि समझौतों से भरा हो सकता है।