ईरान ने सऊदी अरब से मिलाया हाथ, क्या खत्म होगी दशकों पुरानी दुश्मनी

इजराइल के साथ जारी तनाव के बीच ईरान अब मध्य पूर्व के उन देशों से संबंध सुधारने की कोशिश कर रहा है, जिन्हें वह अपना दुश्मन मानता रहा है. इस कड़ी में ईरान ने अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी सऊदी अरब की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है. हाल ही में ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल अब्दुलरहीम मौसवी ने सऊदी अरब के रक्षा मंत्री प्रिंस खालिद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज से फोन पर बात की. यह मौसवी के पद संभालने के बाद सऊदी रक्षा मंत्री के साथ पहली वार्ता थी, जिसमें दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों पर चर्चा हुई.
ईरान और सऊदी अरब के बीच दशकों से राजनीतिक और धार्मिक प्रतिद्वंद्विता रही है, जहां ईरान खुद को शिया मुस्लिमों का और सऊदी अरब सुन्नी मुस्लिमों का नेता मानता है. 1979 की ईरानी क्रांति के बाद यह दुश्मनी और गहरी हो गई थी, जिसके चलते दोनों देश सीरिया, यमन और इराक जैसे क्षेत्रों में प्रॉक्सी वॉर लड़ते रहे हैं. हालांकि, 2023 में चीन की मध्यस्थता से राजनयिक संबंध बहाल हुए थे, लेकिन तनाव अभी भी बना हुआ है. ईरान की यह नई पहल दोनों देशों के बीच संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है.