‘ये पुल है या मौत का जाल?’ पुल के बीच में इंजीनियरों ने क्या किया! मुख्यमंत्री ने किया हस्तक्षेप

नया ओवरब्रिज। इस ओवरब्रिज की योजना स्थानीय लोगों को ध्यान में रखकर बनाई गई थी। लेकिन काम पूरा होने के बाद से एक तरह की जबरदस्ती की प्रथा चल पड़ी है। कभी उपहास, कभी चिंता। स्थिति यह है कि मध्य प्रदेश सरकार ने एक साथ सात इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है।
आखिर हुआ क्या? नए ओवरब्रिज के बीच में नब्बे डिग्री का मोड़ है।
नतीजतन, इसकी शुरुआत से ही कड़ी आलोचना हो रही है। सड़क के बीच में यह मोड़ कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकता है। कड़ी आलोचना का सामना करते हुए सरकार ने हस्तक्षेप किया।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने घटना के बारे में कहा, ‘मैंने ऐशबाग आरओबी के निर्माण में गंभीर लापरवाही की जांच के आदेश दिए थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर पीडब्ल्यूडी के आठ इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।’
पता चला है कि दो मुख्य इंजीनियरों समेत सात इंजीनियरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और एक सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता के खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी। निर्माण कंपनी और कंसल्टेंसी फर्म को पहले ही ब्लैक लिस्ट किया जा चुका है। पता चला है कि ओवरब्रिज की मरम्मत और पुनर्निर्माण के बाद ही इसका उद्घाटन किया जाएगा।