भारत की बड़ी छलांग मातृ-शिशु स्वास्थ्य में अभूतपूर्व सुधार

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, माताओं और शिशुओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा में भारत दुनिया में अग्रणी बनकर उभरा है। यूनाइटेड नेशंस इंटर-एजेंसी ग्रुप की 2024 की रिपोर्ट बताती है कि भारत ने मातृ और शिशु मृत्यु दर दोनों में वैश्विक औसत से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है। देश में मातृ मृत्यु दर प्रति एक लाख जन्म पर 80 तक पहुँच गई है, जो कुल 86% की कमी दर्शाती है, जबकि वैश्विक स्तर पर यह कमी 48% है। इसी तरह, पाँच साल से कम उम्र के शिशुओं की मृत्यु दर में 78% और नवजात शिशुओं की मृत्यु दर में 70% की कमी आई है, जो वैश्विक औसत से काफी अधिक है।
यह उल्लेखनीय उपलब्धि गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के लिए चलाए जा रहे सघन टीकाकरण अभियानों का परिणाम है। ‘मिशन इंद्रधनुष’ जैसे प्रयासों और ‘जीरो डोज क्रियान्वयन अभियान’ के तहत उन बच्चों तक पहुँचने पर विशेष ध्यान दिया गया है जिन्हें कोई टीका नहीं लगा है, जिससे टीकाकरण कवरेज में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। सरकार अब हर बच्चे और गर्भवती महिला के टीकाकरण को सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसकी निगरानी के लिए ‘कोविन पोर्टल’ को ‘यू-विन पोर्टल’ में बदल दिया गया है ताकि एक-एक टीकाकरण पर नज़र रखी जा सके।