ईरान का परमाणु कार्यक्रम, अमेरिका ने की थी शुरुआत!

ईरान के परमाणु कार्यक्रम की शुरुआत चौंकाने वाली है, क्योंकि इसका जन्म अमेरिका की ‘एटम्स फॉर पीस’ पहल से हुआ था। 1950 के दशक में अमेरिकी राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहावर के इस कार्यक्रम के तहत, ईरान को परमाणु तकनीक और सहायता मिली थी। 1957 में हुए एक समझौते के तहत, अमेरिका ने तेहरान को एक परमाणु अनुसंधान रिएक्टर और समृद्ध यूरेनियम उपलब्ध कराया। यह कदम शीत युद्ध के दौरान सोवियत संघ के खिलाफ ईरान को एक रणनीतिक सहयोगी के रूप में बनाए रखने के लिए उठाया गया था।
1979 की इस्लामी क्रांति के बाद ईरान का परमाणु कार्यक्रम एक समय के लिए रुक गया, लेकिन बाद में ईरान ने गुप्त रूप से इसे फिर से शुरू किया। 2003 में संयुक्त राष्ट्र की परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने खुलासा किया कि तेहरान लगभग 18 वर्षों से गोपनीय परमाणु कार्यक्रम चला रहा था, जो परमाणु अप्रसार संधि का उल्लंघन था। इसके बाद से ही अमेरिका और पश्चिमी देशों ने ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं, हालांकि ईरान हमेशा अपने कार्यक्रम को शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए बताता रहा है।