ईरान को पाक पर भरोसा कहीं भारी न पड़ जाए

ईरान को पाक पर भरोसा कहीं भारी न पड़ जाए

इजराइल से जारी संघर्ष के बीच ईरान के सेना प्रमुख जनरल मोसावी ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर का सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है। हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि जनरल मुनीर एकमात्र ऐसे पड़ोसी देश के सेना प्रमुख थे जिन्होंने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी, जहां ट्रंप ने उन्हें ईरान के संदर्भ में अधिक समझदार बताया था। पाकिस्तान को अमेरिका का पुराना सहयोगी माना जाता है, जिसने अतीत में अमेरिकी इशारों पर कई देशों में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दिया है, जैसा कि हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी स्वीकार किया था।

यह देखते हुए कि पाकिस्तान ने ईरान को युद्ध में कोई वास्तविक मदद नहीं दी, बल्कि ईरान द्वारा कतर पर मिसाइल दागने की निंदा भी की, ईरान का पाकिस्तान पर भरोसा करना उसके लिए महंगा साबित हो सकता है। ईरान की समाचार एजेंसी मेहर न्यूज़ ने भी अपने संपादकीय में पड़ोसी देशों के ऐसे व्यवहार पर निराशा व्यक्त की है। अफगानिस्तान का उदाहरण सामने है, जो कभी पाकिस्तान का करीबी सहयोगी था, लेकिन अब पाकिस्तान उसके खिलाफ सीमाएं बंद कर रहा है और आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगा रहा है।

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