भारत को मिली ‘इंद्र की तलवार’ आईएनएस तमाल, नौसेना हुई और मजबूत

भारतीय नौसेना अपनी ताकत लगातार बढ़ा रही है। इसी क्रम में 1 जुलाई को रूस के कैलिनिनग्राद में नौसेना को विध्वंसक और रडार से बच निकलने में सक्षम स्टील्थ फ्रिगेट युद्धपोत, आईएनएस तमाल मिला। यह पिछले दो दशकों में रूस से मिले क्रिवाक श्रेणी के फ्रिगेट की श्रृंखला में आठवां युद्धपोत है, जिसे रूस के कैलिनिनग्राद स्थित यांतर शिपयार्ड में ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रमों के अनुरूप तैयार किया गया है।
‘इंद्र की तलवार’ के नाम से जाना जाने वाला यह युद्धपोत, जिसमें 26 प्रतिशत उपकरण स्वदेशी हैं, अरब सागर और पाकिस्तान के कराची बंदरगाह के पास भारत की समुद्री सुरक्षा को अभेद्य बनाएगा। यह शक्तिशाली पोत लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, आधुनिक तोपों और पनडुब्बी रोधी रॉकेटों से लैस है। यह युद्धपोत पश्चिमी नौसैनिक बेड़े में शामिल होगा, जिससे दुश्मन की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा सकेगी।