विस्मय बालक वैभव

विस्मय बालक वैभव

राजस्थान रॉयल्स बनाम गुजरात टाइटंस मैच। कप्तान संजू सैमसन चोट के कारण नहीं खेले तो करीब चौदह साल के उस क्रिकेटर का भाग्य चमक गया। करियर के पहले आईपीएल मैच की पहली गेंद। सामने जो गेंदबाज थे, वह भारतीय राष्ट्रीय टीम के स्टार शार्दूल ठाकुर थे। ऐसी स्थिति में 14 साल के क्रिकेटर के घुटने काँपने ही चाहिए थे। लेकिन उस बच्चे ने जो किया उससे क्रिकेट जगत की आँखें फटी रह गईं। शार्दूल की लेंथ बॉल को एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से उड़ाकर छक्का! सवाई मान सिंह स्टेडियम तब मानो किसी अतिमानवीय घेरे में आच्छादित था। दर्शक शायद चुटकी काट कर देख रहे थे, ‘उनके सामने जो हुआ, वह सच है क्या!’ अरे हाँ, एक छक्का! फिर उस किशोर के बल्ले से निकली 20 गेंदों में 34 रनों की शानदार पारी। — इतनी देर में आप निश्चित रूप से विस्मय बालक की पहचान का अनुमान लगा चुके होंगे। हाँ, आपने सही समझा, वह किशोर और कोई नहीं, क्रिकेट का नया सेंसेशन वैभव सूर्यवंशी है।

19 अप्रैल के बाद गरमागरम चाय की महफ़िलों में सिर्फ वैभव की चर्चा थी। बच्चे जैसा मासूम चेहरा वाले इस क्रिकेटर ने क्रिकेट जगत में खलबली मचा दी है। ‘14 साल की उम्र में आप क्या कर रहे थे?’— यह सवाल अब सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। और इसमें कई प्रसिद्ध कमेंटेटर भी शामिल हो गए हैं। लेकिन वैभव भावनाओं में नहीं बहा। मन ही मन शायद कह रहा था, ‘पिक्चर अभी बाकी है!’ सचमुच ऐसा ही था। 19 अप्रैल की डेब्यू पारी तो ट्रेलर थी। असली फिल्म सवाई मान सिंह स्टेडियम में 29 अप्रैल को रिलीज हुई। आईपीएल के तीसरे मैच में उसने अविस्मरणीय शतक जड़ा। गुजरात टाइटंस के खिलाफ केवल 35 गेंदों में ब्रायन लारा के इस प्रशंसक ने तीन अंकों के आँकड़े को छुआ। यह आईपीएल के इतिहास में दूसरा और भारतीयों में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड है। इतना ही नहीं, उसे टी-20 इतिहास में भी पहचान मिली— सबसे कम उम्र का शतकवीर वैभव (उम्र 14 साल 32 दिन)। अंततः 38 गेंदों में उसकी 101 रनों की पारी में 7 चौके और 11 छक्के शामिल थे। 14 साल का एक मासूम दिखने वाला लड़का बल्ले से इतना खतरनाक हो सकता है, इसका अंदाज़ा पूरे क्रिकेट जगत को नहीं था। मोहम्मद सिराज, इशांत शर्मा, प्रसिद्ध कृष्णा, राशिद खान जैसे दुनिया के दिग्गज गेंदबाजों को उसने उस दिन स्कूली स्तर पर ला दिया था। यह देखकर उसके आइडल ब्रायन लारा ने भी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘वैभव तुम्हारी इस पारी से मैं मुग्ध हूँ।’ भले ही वह लारा का प्रशंसक हो, वैभव भले ही बच्चा जैसा दिखता हो, उसके कारनामे ‘यूनिवर्सल बॉस’ क्रिस गेल जैसे हैं। इसलिए क्रिकेट जगत ने उसे नया नाम दिया है ‘बेबी बॉस’। अंततः 2025-’26 आईपीएल में 7 पारियों में वैभव का कुल स्कोर 252 रहा। इसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं।

आईपीएल में वैभव का उदय किसी परी कथा से कम नहीं है। हालांकि, कई क्रिकेट विशेषज्ञ इस किशोर को लेकर आशंकित हैं। क्योंकि भारतीय क्रिकेट में एक तरफ सचिन तेंदुलकर की सफलता का उदाहरण है, वहीं दूसरी तरफ विनोद कांबली, पृथ्वी शॉ जैसी प्रतिभाएं समय से पहले ही खत्म हो गई हैं। इसलिए वैभव को सही मार्गदर्शन देना तत्काल कर्तव्य है। 14 साल का यह किशोर हालांकि भावनाओं में बहने वाला नहीं है। हाल ही में एक साक्षात्कार में उसने कहा, ‘अब तक मैंने जो मेहनत की थी वह आईपीएल के लिए थी। मेरा मुख्य लक्ष्य भारतीय टीम की जर्सी पहनना है। इसके लिए मैं दिन-रात एक करके मेहनत करता रहूँगा।’ वैभव बड़ों का भी बहुत सम्मान करता है। हाल ही में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच के बाद उसे महेंद्र सिंह धोनी के पैर छूते हुए देखा गया है। वह वीडियो नेटिज़न्स का दिल जीत चुका है। वैभव भारत की अंडर-19 टीम के साथ इस महीने इंग्लैंड दौरे पर जाएगा। वहाँ अच्छा प्रदर्शन करने पर सीनियर टीम में जगह पाने की बात एक कदम और आगे बढ़ेगी। सबसे कम उम्र के क्रिकेटर के रूप में भारत की राष्ट्रीय टीम की जर्सी पहनने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर (16 साल 238 दिन) के पास है। क्या वैभव उस रिकॉर्ड को तोड़ पाएगा? उत्तर समय के गर्भ में छिपा है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *