खतरनाक खुफिया जानकारी मिलने के बाद अमेरिका ने प्रधानमंत्री मोदी को किया फोन, जिससे रुका युद्ध
खतरनाक खुफिया जानकारी मिलने के बाद अमेरिका ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और इससे युद्ध रुक गया।
चार दिनों की खूनी लड़ाई के बाद भारत और पाकिस्तान युद्ध विराम पर सहमत हो गए हैं। अंतर्राष्ट्रीय सूत्रों ने बताया है कि इस समझौते में अमेरिका की गुप्त भूमिका थी। सीएनएन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिका को शुक्रवार सुबह एक संवेदनशील खुफिया रिपोर्ट मिली, जिसके बाद उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संपर्क किया। व्हाइट हाउस के शीर्ष अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सप्ताहांत तक झड़पें जारी रहीं तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है।
इस फोन कॉल में वेंस ने मोदी को पाकिस्तान के साथ सीधी बातचीत जारी रखने की सलाह दी। अमेरिका ने एक समझौते की रूपरेखा भी प्रस्तावित की, जिसके बारे में माना गया कि पाकिस्तान इसे स्वीकार कर सकता है। इसके बाद, अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों ने भारत और पाकिस्तान के साथ संपर्क बनाए रखने के लिए पूरी रात बिताई और दोनों पक्षों को बातचीत की मेज पर वापस लाने का प्रयास किया। हालाँकि, भारत का दृढ़ रुख यह था कि कोई भी समझौता न केवल कूटनीतिक दबाव पर आधारित होना चाहिए, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में भी होना चाहिए। यह भारत की दृढ़ता ही थी जिसने अंततः पाकिस्तान को युद्धविराम के लिए राजी कर लिया।