कर्नाटक में BJP की तिरंगा यात्रा: सशस्त्र बलों के सम्मान में 23 मई तक कार्यक्रम
बेंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी (BJP) आज, 14 मई 2025 को बेंगलुरु में तिरंगा यात्रा आयोजित कर रही है, ताकि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का उत्सव मनाया जाए। यह यात्रा सशस्त्र बलों के प्रति समर्थन व्यक्त करने और आतंकवाद के खिलाफ उनकी निर्णायक कार्रवाई को सम्मान देने के लिए है। BJP नेताओं के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए और पाकिस्तान व पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया।
बेंगलुरु में यात्रा सुबह 11 बजे मल्लेश्वरम के शिरुरु पार्क से शुरू होकर संपिगे रोड के 18वें क्रॉस तक जाएगी। यह यात्रा कर्नाटक के जिला केंद्रों में 16 और 17 मई को और तालुक केंद्रों में 18 से 23 मई तक जारी रहेगी। BJP ने स्पष्ट किया कि यात्रा में पार्टी के झंडे या प्रतीक नहीं होंगे; केवल राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग किया जाएगा। राज्य BJP अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने शिवमोग्गा में पूर्व सैनिकों, किसानों, डॉक्टरों और सभी वर्गों के नागरिकों से बड़ी संख्या में भाग लेने की अपील की। उन्होंने बताया कि 15 मई को मंगलुरु, बेलगावी और बल्लारी में यात्रा होगी, जबकि अन्य जिलों की तारीखें जल्द घोषित की जाएंगी।
कांग्रेस नेता प्रियंक खड़गे के उस दावे पर कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निर्देशों का पालन किया, विजयेंद्र ने कहा, “केंद्र सरकार और पीएम मोदी ट्रम्प के बयान का जवाब देंगे। पीएम ने स्पष्ट किया है कि हर आतंकी हमला युद्ध का कार्य माना जाएगा। यह युद्धविराम स्थायी नहीं है।” ऑपरेशन सिंदूर का पूरा श्रेय पीएम मोदी को देने के आरोपों पर उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने पहले ही रक्षा कर्मियों की भूमिका की सराहना की है। श्रेय उन्हें ही जाएगा।”
कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने कहा कि तिरंगा यात्रा सैनिकों के साहस को सलाम करने का तरीका है। उन्होंने कांग्रेस पर सेना का समर्थन करने के बजाय सरकार पर सवाल उठाने का आरोप लगाया और कहा, “यह आज की कार्रवाइयों को PoK या मुंबई हमले जैसे अतीत से तुलना करने का समय नहीं है। ध्यान हमारे सैनिकों पर होना चाहिए।”
BJP की अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा शुरू की गई “नागरिक तिरंगा यात्रा फॉर नेशनल सिक्योरिटी” का हिस्सा यह यात्रा देशभर में 13 से 23 मई तक चलेगी। इसमें पूर्व सैनिक, सामाजिक कार्यकर्ता और प्रमुख हस्तियाँ शामिल होंगी, जो देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए ऑपरेशन सिंदूर के महत्व को उजागर करेंगी।