मानसून की दस्तक के साथ चक्रवात की आहट, 24 से 26 मई के बीच लैंडफॉल संभव

नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पुष्टि की है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में दस्तक दे दी है। इससे देश में मानसून के आगमन की औपचारिक शुरुआत हो गई है, जो आगामी हफ्तों में पूरे भारत में वर्षा लाएगा।

आईएमडी के अनुसार, अंडमान सागर के ऊपर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसके कारण 16 से 22 मई के बीच एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। बांग्लादेश के मौसम वैज्ञानिक मोस्तोफा कमाल पलाश सहित कई विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह प्रणाली 23 से 28 मई के बीच एक चक्रवात का रूप ले सकती है, जिसे चक्रवात शक्ति नाम दिया जा सकता है।

24–26 मई के बीच टकरा सकता है ‘शक्ति’

अगर चक्रवात बनता है, तो इसके 24 से 26 मई के बीच ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों, साथ ही बांग्लादेश के खुलना और चटगांव में टकराने की संभावना है। आईएमडी और क्षेत्रीय मौसम केंद्र इस प्रणाली की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। इस दौरान तेज़ हवाएं, भारी वर्षा और तटीय इलाकों में ज्वार-भाटा की चेतावनी भी दी जा सकती है।

मानसून की प्रगति और मौसम का हाल

आईएमडी ने कर्नाटक के कई जिलों में 16 मई तक प्री-मानसून वर्षा के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। कोलकाता में बुधवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने और शाम को गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 3–4 दिनों में मानसून अरब सागर, मालदीव क्षेत्र और बंगाल की खाड़ी के अन्य हिस्सों में आगे बढ़ सकता है।

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