बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर बनाने का रास्ता साफ
मथुरा में प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के आसपास कॉरिडोर (गलियारा) बनाने का मार्ग अब प्रशस्त हो गया है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है, जिससे मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने की उम्मीद जगी है। प्रस्तावित कॉरिडोर लगभग पाँच एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला होगा और इसका निर्माण भव्यता और दिव्यता को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। इस परियोजना के तहत मंदिर के चारों ओर पर्याप्त स्थान विकसित किया जाएगा, जिससे भीड़ प्रबंधन में आसानी होगी और श्रद्धालुओं को दर्शन करने में अधिक सुविधा मिलेगी।
सर्वोच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को इस कॉरिडोर के निर्माण के लिए मंदिर के निकट लगभग पाँच एकड़ भूमि अधिग्रहित करने की अनुमति दे दी है। इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 500 करोड़ रुपये है। न्यायालय ने यह स्पष्ट शर्त रखी है कि अधिग्रहित की जाने वाली यह भूमि बांके बिहारी मंदिर के देवता के नाम पर ही पंजीकृत की जाएगी। इसके अतिरिक्त, इस भूमि के अधिग्रहण के लिए आवश्यक धनराशि मंदिर के अपने कोष से ही ली जा सकेगी। इस निर्णय से मंदिर प्रशासन और श्रद्धालुओं में खुशी की लहर है, क्योंकि लंबे समय से इस कॉरिडोर की आवश्यकता महसूस की जा रही थी ताकि वृंदावन आने वाले लाखों भक्तों को बेहतर अनुभव मिल सके। यह परियोजना न केवल मंदिर की सुंदरता को बढ़ाएगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगी।