अवैध रूप से भूजल निकासी, NGT ने दिल्ली सरकार से मांगा जवाब
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने किशनगंज में एक चौंकाने वाली घटना पर दिल्ली सरकार और अन्य संबंधित अधिकारियों से कड़ा जवाब तलब किया है। आरोप है कि इस क्षेत्र में एक व्यक्ति द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध रूप से भूजल का दोहन किया जा रहा है, जिसकी मात्रा प्रतिदिन लगभग 5 लाख लीटर तक पहुंचती है। NGT ने इस गंभीर मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी किया है, जिसमें इस अनधिकृत गतिविधि पर गहरी चिंता व्यक्त की गई है। अधिकरण ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस तरह के व्यावसायिक उद्देश्य से किए जा रहे अंधाधुंध भूजल निष्कर्षण से क्षेत्र में जल का गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है और भविष्य में लोगों के लिए पानी की उपलब्धता लगभग समाप्त हो जाएगी।
NGT ने अपने नोटिस में इस बात पर भी जोर दिया है कि यह कृत्य स्पष्ट रूप से पर्यावरण नियमों का उल्लंघन है और इस पर तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जानी चाहिए। अधिकरण ने संबंधित पक्षों की निष्क्रियता पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यदि समय रहते इस अवैध गतिविधि को नहीं रोका गया तो इसके दीर्घकालिक और विनाशकारी परिणाम होंगे। NGT ने इस मामले की अगली सुनवाई 21 मई को निर्धारित की है और सभी प्रतिवादियों को उससे पहले इस संबंध में अपना विस्तृत जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि दिल्ली सरकार और अन्य अधिकारी इस गंभीर मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं और क्षेत्र में भूजल के संरक्षण के लिए क्या कदम उठाते हैं।