बेनापोल में फंसे 36 ट्रक, भारत के नए सड़क व्यापार प्रतिबंध से बांग्लादेश मुश्किल में
बनगांव: रेडीमेड कपड़ों सहित कुछ उत्पादों के सड़क मार्ग से बांग्लादेश से आयात पर भारत ने प्रतिबंध लगा दिया है। इस संबंध में देश के उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय ने शनिवार को एक अधिसूचना जारी की है। संबंधित व्यापारी केवल नवाशेवा और कोलकाता समुद्री बंदरगाहों के माध्यम से बांग्लादेश से तैयार कपड़े आयात कर सकेंगे।
बांग्लादेश से रेडीमेड कपड़े आयात पर प्रतिबंध लगने से पेट्रापोल सीमा पर व्यापार प्रभावित हुआ है। बंदरगाह सूत्रों के अनुसार पता चला है कि प्रतिदिन लगभग 15 माल लदे ट्रक बांग्लादेश से भारत आते थे। वह बंद हो जाने से व्यापारियों को नुकसान हो रहा है।
पेट्रापोल कस्टम विभाग के उपायुक्त दिव्येंदु दास ने कहा, ‘रेडीमेड कपड़े आयात बंद करने का निर्देश जारी होने से पेट्रापोल बंदरगाह पर प्रभाव पड़ेगा। समुद्री बंदरगाहों के माध्यम से कपड़े आयात करने में जहां लागत बढ़ेगी, वहीं समय भी ज्यादा लगेगा।’
इस संबंध में पेट्रापोल क्लियरिंग एजेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव कार्तिक चक्रवर्ती ने कहा, ‘सरकार ने जो माल आयात पर प्रतिबंध लगाया है, उसका हमें पालन करना होगा।’ पेट्रापोल एक्सपोर्ट इंपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव प्रदीप दे ने कहा, ‘पेट्रापोल बंदरगाह से रेडीमेड कपड़े आयात बंद होने से बांग्लादेश के निर्यातकों को समस्या होगी।’ बांग्लादेश के निर्यातकों का दावा है कि भारत के इस प्रतिबंध से देश का निर्यात प्रभावित होगा। बेनापोल बंदरगाह सूत्रों के अनुसार, वहां रेडीमेड कपड़ों से लदे 36 ट्रक खड़े हैं। ऐसे में उन्हें भारत निर्यात न कर पाने के कारण नुकसान उठाना पड़ेगा।
बेनापोल सीएंडएफ एजेंट स्टाफ एसोसिएशन के महासचिव साजेदुर रहमान ने कहा, ‘भारत द्वारा भूमि बंदरगाहों से परिधान सामग्री के आयात पर प्रतिबंध लगाए जाने से बेनापोल भूमि बंदरगाह पर 36 परिधान लदे ट्रक खड़े हैं। अब जलमार्ग से माल निर्यात करने में लागत और समय बढ़ जाएगा।’
पेट्रापोल के अलावा, सरकार ने पश्चिम बंगाल के चांगराबांधा और फूलबाड़ी भूमि बंदरगाहों के साथ-साथ असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम में भूमि बंदरगाहों के माध्यम से कई बांग्लादेशी उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगाया है। 2023-24 वित्तीय वर्ष में बांग्लादेश ने भारत को लगभग 157 करोड़ डॉलर का माल निर्यात किया है। इनमें कपड़े और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद प्रमुख थे। इनके अलावा प्लास्टिक उत्पाद और फर्नीचर का भी निर्यात हुआ है। पिछले अप्रैल में भारत ने बांग्लादेश को दिया गया ट्रांसशिपमेंट समझौता रद्द कर दिया है। देश के कई अन्य बंदरगाहों से भी माल आयात पर प्रतिबंध लगाया गया है। वाणिज्यिक हलकों का मानना है कि इसका बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा।