जिस देश में चुनावी वादा तोड़ने पर नेता को पिंजरे में बंद कर दिया जाता है, जानिए वह जगह कहाँ है?
क्या नेताओं को अपने वादे पूरे न करने पर वाकई ‘सजा’ मिलनी चाहिए? कई देशों में ऐसा विचार सिर्फ कल्पना तक ही सीमित है, लेकिन इटली के छोटे शहर ट्रेंटो ने इस मामले में एक असाधारण मिसाल पेश की है। यहाँ चुनावी वादे तोड़ने वाले राजनीतिक नेताओं को ‘सजा’ देने की एक प्राचीन और अनोखी प्रथा प्रचलित है, जिसे ‘टोंका’ (Tonca) कहा जाता है।
कोलकाता टाइम्स के अनुसार, इस शहर में यदि कोई नेता या मंत्री चुनावी वादा करके उसे पूरा करने में विफल रहता है, तो शहरवासी उसे एक अनोखी ‘सजा’ देते हैं। उस नेता या मंत्री को नदी के किनारे लाया जाता है। इसके बाद उसे एक बड़े पिंजरे में बंद करके नदी के बीच में ले जाया जाता है और एक सेकंड के लिए पिंजरे समेत उसे आधा डुबोकर फिर बाहर निकाल लिया जाता है।
शहरवासियों का दावा है कि इस तरह की ‘सजा’ देने का मुख्य उद्देश्य नेता को उसकी गलती के बारे में जागरूक करना और भविष्य में वादे पूरे करने के लिए अधिक जिम्मेदार होने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह सिर्फ एक प्रतीकात्मक सजा नहीं, बल्कि इसे एक वार्षिक ‘सजा देने के उत्सव’ के रूप में मनाया जाता है। हर साल जून में नेताओं के साल भर के वादों का हिसाब लिया जाता है। कितने वादे पूरे हुए और कितने नहीं, इसका विस्तृत हिसाब लगाया जाता है। इसके बाद, 26 जून से पहले पड़ने वाले आखिरी रविवार को इस विशेष ‘सजा’ का आयोजन किया जाता है।
यह प्रथा ट्रेंटो शहर के नागरिकों के बीच राजनीतिक जागरूकता और नेताओं के प्रति जवाबदेही सुनिश्चित करने का एक अजीब और आकर्षक तरीका है। यह सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि स्थानीय लोकतंत्र के एक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में कार्य करता है, जहाँ जनता सीधे अपने प्रतिनिधियों के कार्यों का मूल्यांकन करने का अधिकार रखती है।