सिंधु पर बांध बनाने की घोषणा! पाकिस्तान के सिंध में उबाल, गृह मंत्री का घर जलाया गया
भारत-पाकिस्तान युद्ध के माहौल में भारत द्वारा सिंधु जल समझौते को रद्द करने के बाद पाकिस्तान के कई इलाकों में पानी का गंभीर संकट पैदा हो गया है। इसी बीच, पाकिस्तान सरकार ने सिंधु नदी पर बांध बनाने की घोषणा की है। इसके बाद सिंध प्रांत के निवासी गुस्से से उबल पड़े हैं।
पाक सरकार की इस घोषणा के बाद सिंध प्रांत के निवासी गुस्से में हैं। इसी के चलते मंगलवार को पाकिस्तान का सिंध प्रांत हिंसक हो उठा। प्रदर्शनकारियों ने प्रांत के गृह मंत्री के घर में आग लगा दी। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। जवाबी हमले में सिंध प्रांत के डिप्टी सुपर भी घायल हुए हैं।
पाकिस्तान अंदर और बाहर दोनों तरफ से मुश्किलों में घिरा है। शहबाज शरीफ सरकार चारों तरफ से समस्याओं से घिरी हुई है। सिंध प्रांत के लोगों में अत्यधिक गुस्सा है। बलूचिस्तान की तरह अब वे भी पाकिस्तान से अलग होना चाहते हैं। जानकारी के अनुसार, सिंध प्रांत में चोलिस्तान नहर परियोजना की घोषणा के बाद से सिंध प्रांत के निवासी पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों में इतना गुस्सा है कि उन्होंने सिंध प्रांत के गृह मंत्री के घर में आग लगा दी। आम लोग देखते रहे, लेकिन कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। मंगलवार को भी सिंध प्रांत के नौशहरो फिरोज जिले के मोरो में विरोध प्रदर्शन हुआ था। प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस और प्रदर्शनकारी आपस में भिड़ गए। स्थिति हाथ से निकल गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का आरोप है। पुलिस की गोली से एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। इसके बाद स्थिति और बिगड़ गई। प्रदर्शनकारियों के हमले में डीएसपी गुलाम हुसैन दाहरी घायल हो गए। आरोप है कि उन्हें लाठी से पीटा गया। सिंध प्रांत के गृह मंत्री जियाउल हसन लानजर के घर में आग लगा दी गई। कुछ मोटरसाइकिलें भी जला दी गईं। अभी भी वहां स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी हुई है।
गौरतलब है कि भारत द्वारा सिंधु जल समझौते को निलंबित करने के बाद से पाकिस्तान जल संकट का सामना कर रहा है। इसी बीच, पाकिस्तान सरकार ने सिंधु नदी पर एक बांध बनाने की घोषणा की है। इसके बाद सिंध प्रांत के निवासी गुस्से से उबल पड़े हैं। उत्तरी और दक्षिणी सिंध प्रांत के निवासियों का दावा है कि इस बांध के निर्माण से उन्हें पानी नहीं मिलेगा। पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बंद हो जाएगी। पूर्वी और पश्चिमी सिंध को ही पूरा पानी मिलेगा। इसी गुस्से के कारण सिंध प्रांत पिछले 4 दिनों से जल रहा है। बलूचिस्तान के बाद सिंध प्रांत के निवासियों ने भी स्वतंत्रता की मांग उठाई है।