गुजरात में मुख्यमंत्री बदलेंगे? केंद्रीय मंत्री को मिल सकती है कुर्सी!
गुजरात में एक बार फिर मुख्यमंत्री बदलने की संभावना बन गई है। अतीत में विधानसभा चुनाव से एक साल पहले विजय रूपाणी को हटाकर भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया था। इस बार भाजपा विधानसभा चुनाव में दो साल से भी अधिक समय बाकी रहते यह बदलाव करना चाहती है। सूत्रों के अनुसार, भूपेंद्र पटेल की जगह केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
गुजरात में मुख्यमंत्री चुनने के मामले में भाजपा पटेल समीकरण को ध्यान में रखना चाहती है, क्योंकि वहां के पटेल समुदाय सत्ता हासिल करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। मांडविया भी कड़वा पटेल समुदाय से आते हैं। इसके अलावा, भूपेंद्र को हटाकर नया चेहरा लाने के पीछे एक बड़ा कारण विधानसभा चुनाव भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गृह राज्य में सत्ता बरकरार रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, लंबे समय से भाजपा के सत्ता में रहने के बाद वहां सरकार विरोधी माहौल बना हुआ है।
भूपेंद्र की व्यक्तिगत छवि भी इस समस्या को और बढ़ा रही है। पार्टी के अंदर से ही उन पर लोगों से बहुत कम संपर्क रखने का आरोप लगा है। भाजपा सूत्रों के अनुसार, पिछली बार जिस तरह रूपाणी को हटाने के समय पूरे मंत्रिमंडल में फेरबदल किया गया था, इस बार भी भाजपा उसी रास्ते पर चल सकती है, ऐसी प्रबल संभावना है। क्योंकि वहां तीन साल पहले नई सरकार बनने के बाद से मंत्रिमंडल में कोई फेरबदल नहीं हुआ है। साथ ही, लंबे समय से पार्टी स्तर पर भी फेरबदल बाकी है।
पिछले अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले से दो दिन पहले भूपेंद्र ने दिल्ली में प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। उसी समय यह बात भाजपा की ओर से बताई गई थी कि उन्होंने राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर मोदी से चर्चा की थी। साथ ही, गुजरात राज्य भाजपा अध्यक्ष सी. आर. पाटिल के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद उनकी जगह किसी और को लाने के बारे में भी उसी समय बात हुई थी। पाटिल ने खुद पार्टी से प्रदेश अध्यक्ष पद से मुक्ति मांगी थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उस समय भूपेंद्र यह अंदाज़ा नहीं लगा पाए थे कि फेरबदल की इस प्रक्रिया में उनकी कुर्सी भी डगमगा जाएगी।