कोविड अपडेट: भारत सहित पाँच देशों में बढ़ रहे कोविड के मामले, क्या फिर शुरू होंगे बूस्टर डोज?
एशिया के विभिन्न देशों जैसे सिंगापुर, चीन, थाईलैंड, हांगकांग और भारत में कोविड के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। ओमिक्रॉन के नए JN.1 वेरिएंट LF.T और NB.1.8 के कारण संक्रमण बढ़ रहा है, हालांकि यह पिछली बार जितना खतरनाक नहीं है।
एशिया के कई देशों में कोविड के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। सिंगापुर, चीन, थाईलैंड और हांगकांग में इस बीमारी के नए मामले सामने आ रहे हैं। भारत भी इससे अछूता नहीं है।
19 मई तक भारत में 257 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से अधिकांश केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु से हैं। इसी तरह, मई के पहले सप्ताह में सिंगापुर में 14,000 से अधिक मामले सामने आए, जो पिछले साल की तुलना में 28 प्रतिशत अधिक हैं। हांगकांग में 10 हफ्तों में संक्रमितों की संख्या 30 गुना बढ़ गई है। चीन में भी संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
अब सवाल यह है कि यह कोरोना का कौन सा वेरिएंट है?
कोरोना का एक नया वेरिएंट, ओमिक्रॉन का JN.1 वेरिएंट LF.T और NB.1.8, वर्तमान में देखा जा रहा है। यह वेरिएंट अधिक संक्रामक है। हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार, यह पिछली बार जितना खतरनाक नहीं है। अधिकांश मामलों में बुखार, खांसी, गले में खराश और शरीर में दर्द जैसी समस्याएं देखी जा रही हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग, जैसे बुजुर्ग, बच्चे, या मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों वाले व्यक्ति बूस्टर डोज ले सकते हैं। हांगकांग और सिंगापुर में बूस्टर डोज लेने पर जोर दिया जा रहा है, खासकर यदि उनकी आखिरी डोज या संक्रमण के बाद 6 महीने से अधिक का समय हो गया हो।
हालांकि, इस बीमारी से बचने के लिए सबसे पहले सावधानी बरतना आवश्यक है। कोरोना के दिशानिर्देशों का पालन करें। वर्तमान में सतर्क रहने से इस बीमारी से बचा जा सकता है। यदि आपको बुखार, खांसी, गले में खराश और शरीर में दर्द जैसी समस्याएं महसूस होती हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।