डीपी निष्फल डींगें! भारत का 180 करोड़ रुपये का जहाज निर्माण ऑर्डर बांग्लादेश ने किया रद्द
बांग्लादेश ने भारत का 21 मिलियन डॉलर का ऑर्डर रद्द कर दिया है। भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध इन दिनों तनावपूर्ण चल रहे हैं। पिछले साल कोलकाता स्थित रक्षा जहाज निर्माण केंद्र गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) के साथ हस्ताक्षरित 21 मिलियन डॉलर (लगभग 180 करोड़ रुपये) के ऑर्डर को बांग्लादेश ने अचानक रद्द कर दिया है।
भारत-बांग्लादेश के बीच बड़ा समझौता
800 टन वजनी उन्नत समुद्री टगबोट के निर्माण के लिए 24 महीने के भीतर 61 मीटर लंबे टगबोट के डिजाइन, निर्माण और आपूर्ति का यह अनुबंध 2023 में प्रभावी हुआ था। यह नई दिल्ली और ढाका के लिए बढ़ी हुई रक्षा खरीद के 500 मिलियन डॉलर के ऋण के तहत हस्ताक्षरित पहला बड़ा समझौता था।
समझौते पर कब हुए थे हस्ताक्षर?
न्यूनतम 13 नॉटिकल मील की अधिकतम गति वाले टगबोट के लिए इस समझौते पर पिछले साल जुलाई में ढाका में बांग्लादेश नौसेना के रक्षा खरीद निदेशालय और GRSE के अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी के बांग्लादेश दौरे के दौरान इस समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे।
भारत-बांग्लादेश संबंधों में दरार
भारत और बांग्लादेश के बीच कई वर्षों से अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ महीनों से दोनों देशों के संबंधों में दरार आ गई है। विशेष रूप से आंतरिक अस्थिरता के कारण बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद और बांग्लादेश के अंतरिम राष्ट्रपति मोहम्मद यूनुस के सत्ता में आने के बाद से बांग्लादेश ने भारत का विरोध करना शुरू कर दिया है।
भारत की जवाबी कार्रवाई
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अब चीन की कठपुतली बन चुके बांग्लादेश ने हाल ही में भारत के कुछ मूल्यवान उत्पादों को पूर्वोत्तर सीमा के माध्यम से अपने देश में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके प्रतिशोध में भारत ने बांग्लादेश से तैयार कपड़े, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, प्लास्टिक की वस्तुएं और लकड़ी के फर्नीचर को सड़क मार्ग से भारत में लाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
बांग्लादेशी उत्पादों पर भारत में प्रतिबंध
भारत ने बांग्लादेश से असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम और पश्चिम बंगाल में सड़क मार्ग से बेकरी उत्पाद, खाद्य पदार्थ और मिठाइयां लाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। इसी बीच बांग्लादेश ने 180 करोड़ रुपये के रक्षा जहाज निर्माण का ऑर्डर रद्द कर दिया है।