पहलगाम हमला: सचिन पायलट ने केंद्र से पूछा- आतंकी LOC से 300 किमी दूर कैसे पहुंचे?
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पहलगाम (बैसरन घाटी) में हुए आतंकवादी हमले को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।1 इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। पायलट ने केंद्र से सवाल किया है कि नियंत्रण रेखा (LOC) से 300-400 किलोमीटर दूर स्थित बैसरन घाटी तक आतंकवादी बिना किसी जानकारी के कैसे पहुंच गए।
उन्होंने यह सवाल 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद उठाया, जिसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर पाकिस्तान में आतंकवाद के ठिकानों को कुचल दिया था। रविवार को उन्होंने कहा, “पहलगाम नियंत्रण रेखा से करीब 300-400 किलोमीटर दूर है। आतंकवादी बिना किसी की जानकारी के इतनी दूर कैसे पहुंच गए? केंद्र ने कहा कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है, लेकिन फिर क्या हुआ? क्या वे पकड़े गए या मारे गए? सरकार को देशवासियों के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए।”
इतना ही नहीं, पायलट ने अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में हस्तक्षेप के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने हमलावर लहजे में कहा, “यह पहली बार है कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी दूसरे देश ने दखल दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्यापार रोकने की धमकी देकर ऐसा किया है। हालांकि, सरकार ने अभी तक ट्रंप के दावे का सीधे तौर पर खंडन नहीं किया है। इससे भी ज्यादा दुखद बात यह है कि न तो अमेरिकी राष्ट्रपति, न ही उपराष्ट्रपति और न ही विदेश मंत्री ने पहलगाम हमले को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की कार्रवाई बताया है।” सचिन पायलट ने इस मुद्दे पर सरकार से जवाबदेही की मांग करते हुए एक विशेष सत्र बुलाने की वकालत की।
हालांकि, भारतीय सेना, विदेश सचिव और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि भारत-पाकिस्तान युद्धविराम में कोई तीसरा पक्ष नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रविवार को NDA शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में यही बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से हुआ था और इसमें कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं है।