ट्रंप परिवार को बिजनेस देकर US को साध रहे कई देश

डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद से, कई देश ट्रंप परिवार के वैश्विक व्यापारिक हितों में निवेश या सहायता करके संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं।1 यह एक ऐसी रणनीति बन गई है जहाँ व्यापारिक सौदों को कूटनीतिक लाभ प्राप्त करने के एक माध्यम के रूप में देखा जा रहा है। उदाहरण के लिए, वियतनाम ने हनोई में 13 हजार करोड़ रुपये के ‘ट्रंप इंटरनेशनल गोल्फ रिसॉर्ट’ परियोजना को कानूनी प्रक्रियाओं का उचित पालन किए बिना ही तेजी से मंजूरी दे दी है। इसी तरह, इंडोनेशिया ने ट्रंप परिवार को बड़े होटल और गोल्फ कोर्स जैसे आकर्षक प्रोजेक्ट की पेशकश की है, जो उनके देश में पर्यटन और निवेश को बढ़ावा देने के नाम पर अमेरिका के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने की कोशिश का हिस्सा है।
यह प्रवृत्ति केवल एशियाई देशों तक ही सीमित नहीं है। यूरोपीय और मध्य पूर्वी देशों ने भी इसी तरह के कदम उठाए हैं। तुर्किये ने इस्तांबुल में प्रतिष्ठित ‘ट्रंप टॉवर्स’ से जुड़े प्रोजेक्ट्स ऑफर किए हैं, जबकि अजरबैजान ने ‘ट्रंप इंटरनेशनल होटल’ जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स के माध्यम से ट्रंप परिवार के साथ व्यापारिक संबंध स्थापित करने का प्रयास किया है। इन गतिविधियों से यह स्पष्ट होता है कि ट्रंप परिवार के व्यावसायिक हितों को साधकर विभिन्न देश अमेरिका के साथ अपने राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति में एक नया आयाम जुड़ गया है।