क्या ईद की कुर्बानी के बाद सेना करेगी सफाई? सामने आई चौंकाने वाली सच्चाई!

बांग्लादेश में इन दिनों एक अजीबोगरीब अफवाह ने सेना की भूमिका को लेकर काफी बहस और मज़ाक का माहौल बना दिया है। पुलिस की कथित नाकामियों और सेना द्वारा आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने की खबरों के बाद, एक और विचित्र अफवाह फैल गई थी: कि ईद-उल-अज़हा (बकरा ईद) की कुर्बानी के बाद निकलने वाले कचरे की सफाई का जिम्मा बांग्लादेश की सेना संभालेगी। इस खबर के फैलते ही हर जगह सेना की फजीहत होने लगी, जिस पर देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी है, उसको यूनुस सरकार में ऐसे “टुच्चे काम” दिए जाने को लेकर सवाल उठने लगे। ढाका नॉर्थ सिटी कॉरपोरेशन (DNCC) ने अब इन चर्चाओं को लेकर सफाई दी है, ताकि गलत सूचनाओं को दूर किया जा सके।
मंगलवार को DNCC ने स्पष्ट किया कि बांग्लादेश की सेना आगामी ईद-उल-अज़हा के दौरान बलि के पशुओं के कचरे का प्रबंधन या डेंगू मच्छरों पर नियंत्रण नहीं करेगी। यह सफाई कुछ मीडिया संस्थानों में आई “फर्जी खबरों” के बाद दी गई है। हाल की खबरों में DNCC प्रशासक मोहम्मद अजाज के हवाले से कहा गया था कि ईद से संबंधित अपशिष्ट प्रबंधन और मच्छर नियंत्रण प्रयासों को संभालने के लिए सैनिकों को तैनात किया जाएगा। हालांकि, DNCC ने अपनी प्रेस ब्रीफ में कहा कि ये रिपोर्टें गलत हैं और प्रशासक की टिप्पणियों को गलत ढंग से पेश किया गया है। अजाज ने स्पष्ट किया कि आगामी ईद के दौरान कचरे के प्रबंधन की जिम्मेदारी पूरी तरह से DNCC की होगी। DNCC ने राष्ट्रीय संप्रभुता और सार्वजनिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सेना के निरंतर प्रयासों और बांग्लादेश में बुनियादी ढांचे के विकास में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर भी गर्व व्यक्त किया। हालांकि सेना खुद मच्छर नियंत्रण कार्यों में सीधे तौर पर शामिल नहीं होगी, लेकिन बांग्लादेश सेना के प्रबंधन के तहत संचालित बांग्लादेश मशीन टूल्स फैक्ट्री लिमिटेड (BMTF) मानसून के मौसम के दौरान डेंगू की रोकथाम के प्रयासों में तकनीकी सहायता देगी। DNCC ने बताया कि BMTF ने पहले भी मच्छर-विरोधी अभियानों में सिलहट, चटगांव और नारायणगंज नगर निगमों को इसी प्रकार की सहायता की पेशकश की थी।