महिला की लाइलाज बीमारी बता फेसबुक पर डोनेशन मांगने वाले 2 गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार (31 मई) को फर्जी ऑनलाइन डोनेशन स्कैम का पर्दाफाश किया। पुलिस ने श्रीनगर जिले में फेसबुक पर डोनेशन धोखाधड़ी में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
दोनों ने एक महिला की तस्वीर का इस्तेमाल किया था और उसे एक लाइलाज बीमारी बताकर उसके नाम पर डोनेशन मांगा था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि एक त्वरित और निर्णायक कार्रवाई में श्रीनगर पुलिस ने 24 घंटे से भी कम समय में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक) पर फर्जी मेडिकल डोनेशन अपील से जुड़े एक ऑनलाइन धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़ किया।
फेसबुक पर की सार्वजनिक डोनेशन की अपील
पुलिस ने कहा कि 30 मई 2025 को, पुलिस स्टेशन नौहट्टा को मुनीर अहमद मिसगर पुत्र मोहम्मद सादिक मिसगर निवासी मुगल मस्जिद, नौहट्टा से एक लिखित शिकायत मिली। शिकायतकर्ता ने कहा कि एक अज्ञात पत्रकार ने एक मनगढ़ंत कहानी के साथ फेसबुक पर उसकी बहन की तस्वीर अपलोड की थी, जिसमें एक सर्जरी के लिए सार्वजनिक डोनेशन की अपील की गई थी, जो कभी हुई ही नहीं।
चूंकि यह कृत्य दुर्भावनापूर्ण इरादे से किया गया था, जो धोखाधड़ी और शोषण के बराबर था, इसलिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318 (2) और 319 (2) के तहत एफआईआर संख्या 21/2025 के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। जांच के दौरान, धोखाधड़ी वाले पोस्ट में शामिल फेसबुक पेज के एडमिन की पहचान तुजान, पुलवामा निवासी अली मोहम्मद लोन के पुत्र मोहम्मद लतीफ लोन के रूप में हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
एक अन्य आरोपी आमिर यूसुफ खान पुत्र मोहम्मद यूसुफ खान, बांदीपुरा निवासी, जो वर्तमान में गुलाब बाग, जकूरा में रह रहा है, की भी पहचान की गई। जांच में पता चला कि उसने बैंक खाते का विवरण प्रदान किया था जिसमें धोखाधड़ी से दान एकत्र किया जा रहा था। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घोटाले में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए जांच जारी है।
ऐसी फेसबुक पोस्ट को न करें शेयर
इस बीच, पुलिस ने आम जनता को दृढ़ता से सलाह दी कि वे उक्त फेसबुक पोस्ट को साझा या उससे जुड़ें नहीं, क्योंकि यह एक धोखाधड़ी योजना का हिस्सा है। इस तरह की भ्रामक सामग्री और गलत जानकारी प्रसारित करने से आपराधिक मंशा को बढ़ावा मिल सकता है और पीड़ित के परिवार को अतिरिक्त परेशानी हो सकती है।
बयान में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस जनता से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध/अवैध ऑनलाइन धन उगाही गतिविधियों की सूचना निकटतम पुलिस स्टेशन को देने का आग्रह करती है।