अमेरिका को ठेंगा, यूरेनियम का भंडार बढ़ाकर परमाणु बम बनाने की दहलीज पर ईरान!

अमेरिका को ठेंगा, यूरेनियम का भंडार बढ़ाकर परमाणु बम बनाने की दहलीज पर ईरान!

ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर विस्फोटक जानकारी सामने आई है। इसे लेकर पूरी दुनिया में खलबली मची हुई है। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु ऊर्जा एजेंसी-आईएईए- की एक गोपनीय रिपोर्ट के अनुसार, तेहरान ने परमाणु बम बनाने के लिए उपयुक्त हथियार-ग्रेड यूरेनियम का भंडार बढ़ा दिया है। उस रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान के पास अब पर्याप्त यूरेनियम का भंडार है, जिसे थोड़ी सी और वृद्धि करके परमाणु बम बनाना संभव है।

जानकारी मिली है कि वर्तमान में ईरान के पास 60 प्रतिशत यूरेनियम का भंडार है, जो हथियार-ग्रेड (90 प्रतिशत) के बहुत करीब है।

इसके अलावा ऐसी भी खबरें हैं कि ईरान अपनी हवाई सीमा बंद करके एक मिसाइल परीक्षण कर सकता है। लेकिन क्या ईरान सचमुच परमाणु बम परीक्षण की तैयारी कर रहा है? क्या यह इतना आसान है?

आईएईए का रुख

आईएईए ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ईरान को इसे तुरंत बंद करना होगा। ईरान बार-बार परमाणु उपकरणों के निरीक्षण को सीमित करता रहा है। नतीजतन, एजेंसी के लिए उनके परमाणु कार्यक्रम की सत्यता सत्यापित करना मुश्किल हो गया है।

इस बीच, ईरान ने दावा किया है कि उनका उद्देश्य केवल ऊर्जा और चिकित्सा उद्देश्यों के लिए इसका उपयोग करना है, न कि परमाणु हथियार बनाना।

अमेरिकी विदेश सचिव ने कहा है कि यदि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम का खुलासा नहीं करता है, तो उस पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे। इज़राइल ने इसे अपने अस्तित्व के लिए खतरा बताया है और सैन्य विकल्पों पर चर्चा की है।

हथियार-ग्रेड यूरेनियम

यूरेनियम एक प्राकृतिक तत्व है जिसका उपयोग परमाणु ऊर्जा उत्पादन और परमाणु हथियार दोनों के लिए किया जाता है। यूरेनियम संवर्धन के विभिन्न स्तर होते हैं। आमतौर पर, बिजली उत्पादन करने वाले परमाणु रिएक्टरों के लिए तीन से पांच प्रतिशत समृद्ध यूरेनियम पर्याप्त होता है। हालांकि, परमाणु हथियार बनाने के लिए, यूरेनियम को लगभग 90 प्रतिशत तक समृद्ध करना होता है, जिसे हथियार-ग्रेड यूरेनियम कहा जाता है। आईएईए की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने लगभग 60 प्रतिशत समृद्ध यूरेनियम का भंडार बढ़ा दिया है, जो हथियार-ग्रेड के बहुत करीब है। इसका मतलब है कि ईरान तेजी से परमाणु बम बनाने के लिए आवश्यक कच्चा माल प्राप्त कर सकता है।

ईरान का कदम कितना खतरनाक है?

60 प्रतिशत समृद्ध यूरेनियम हथियार-ग्रेड से काफी कम है, लेकिन इसे बेहद चिंताजनक स्तर माना जाता है। क्योंकि इसे हथियार-ग्रेड में बदलने में कम समय और संसाधन लगते हैं। इस स्तर के बाद, यदि ईरान परमाणु हथियार बनाने की दिशा में आगे बढ़ने का फैसला करता है, तो वे कुछ ही हफ्तों में परमाणु बम बना पाएंगे। इसका सीधा मतलब है कि अगर ईरान चाहे, तो वे न केवल परमाणु हथियार बना सकते हैं, बल्कि सैन्य रूप से अपनी परमाणु क्षमता का प्रदर्शन भी कर सकते हैं। इसे क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा माना जा रहा है।

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