विशेषज्ञ की भविष्यवाणी! धरती पर सिर्फ 10 करोड़ लोग ही रहेंगे, वैज्ञानिक ऐसा क्यों कहते हैं?

दुनिया की आबादी पर लगातार शोध हो रहे हैं। इस बात पर कई अध्ययन प्रकाशित हो चुके हैं कि कैसे आबादी तेजी से बढ़ने लगी और फिर स्थिर हो गई। हालांकि, इस बार एक विशेषज्ञ ने जो दावा किया है, वह काफी चौंकाने वाला है।
फिलहाल दुनिया की आबादी करीब 8 अरब है। लेकिन 2023 तक यह संख्या तेजी से घटकर सिर्फ 10 करोड़ रह जाएगी। इससे पहले कई अध्ययनों में कहा गया है कि 2100 तक दुनिया की आबादी तेजी से घटेगी। 2050 के बाद आबादी स्थिर हो जाएगी और फिर अगले 50 सालों में घटने लगेगी।
अब टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ सुभाष काक के मुताबिक, दुनिया की आबादी और भी तेजी से घटेगी और 2023 तक सिर्फ 10 करोड़ लोग ही रह जाएंगे। इसकी एक वजह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) होगी। AI की मदद से लोग कई काम पूरे करेंगे और इसके परिणामस्वरूप जन्म दर में भी कमी आएगी। ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर सुभाष काक कहते हैं कि जनसंख्या में गिरावट परमाणु हमले की वजह से नहीं होगी। इसकी वजह हमारी नौकरियों का एआई द्वारा प्रतिस्थापित होना होगा।
न्यू यॉर्क पोस्ट को दिए गए एक इंटरव्यू में सुभाष काक ने कहा कि यह समाज और दुनिया के लिए बहुत खतरनाक होगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि लोगों को शायद अभी यह नहीं पता कि आगे का रास्ता क्या है। हमें किस दिशा में जाना है।’ उन्होंने यह भी कहा कि भले ही कंप्यूटर और रोबोट संवेदनशील न हों, लेकिन यह सच है कि एआई आज हम जो नौकरियां करते हैं, उनकी जगह ले सकता है। ‘एज ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ किताब के लेखक का कहना है कि भविष्य में जन्म दर कम होगी।
सुभाष काक के मुताबिक लोग ज्यादा बच्चे पैदा नहीं करना चाहेंगे, क्योंकि इससे बेरोजगारी का खतरा रहेगा। अगर लोग बच्चे पैदा नहीं करेंगे तो जनसंख्या तेजी से घटेगी। उन्होंने कहा कि दुनिया की आबादी अचानक कम हो जाएगी। यहां तक कि पूरी धरती पर लोगों की संख्या घटकर सिर्फ 100 मिलियन रह जाएगी। यह अनुमान साल 2023 या 2380 के लिए लगाया गया है।