संपत्ति बचाने के लिए लालू प्रसाद ने तेजप्रताप को किया बेदखल, जीतनराम मांझी का दावा

बिहार की राजनीति में केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने एक बार फिर गरमाहट बढ़ाते हुए विस्फोटक दावा किया है। उन्होंने टिप्पणी की है कि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को बेदखल करना दरअसल एक ‘पारिवारिक नाटक’ है। मांझी का दावा है कि इसके पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है, बल्कि यह यादव परिवार की संपत्ति बचाने की एक साजिश है। तेजप्रताप और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय के तलाक के मामले के बीच यह घटना नई अटकलों को जन्म दे रही है।
जीतनराम मांझी का आरोप है कि लालू प्रसाद समझ गए हैं कि अदालत का फैसला ऐश्वर्या के पक्ष में जाएगा। ऐसे में गुजारा भत्ता या संपत्ति के हिस्से के तौर पर ऐश्वर्या को यादव परिवार की संपत्ति देनी पड़ सकती है। इस स्थिति से बचने के लिए ही कथित तौर पर पहले से योजना बनाकर तेजप्रताप को बेदखल किया गया है। उद्देश्य यह है कि अदालत निर्देश दे भी दे तो तेजप्रताप खुद को दिवालिया घोषित कर सकें, जिससे ऐश्वर्या को संपत्ति का कोई हिस्सा नहीं देना पड़ेगा। मांझी ने यह भी दावा किया है कि तेजप्रताप ने कथित तौर पर तीसरी शादी कर ली है, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। तलाक का मामला अदालत में विचाराधीन होने के कारण यादव परिवार इस बात को स्वीकार नहीं कर रहा है। जीतनराम मांझी ने तो यहां तक दावा किया है कि ऐश्वर्या से शादी करने के समय भी तेजप्रताप लिव-इन रिलेशनशिप में थे।