बदलते मौसम का कहर, 2024 में 2000 से अधिक मौतें

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2024 में भीषण प्राकृतिक आपदाओं से 2,000 से अधिक लोगों की जान चली गई। पिछले साल, देश में हीटवेव से 450 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई, जबकि केरल में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में 350 से अधिक लोग मारे गए। बिजली गिरने से लगभग 1,300 लोगों की मौत हुई, जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और झारखंड जैसे राज्यों में 10 जुलाई को हुई 72 मौतें भी शामिल हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2024 में एशिया का औसत तापमान 1991-2020 के औसत से लगभग 1.04 डिग्री सेल्सियस अधिक था, जिसके कारण हीटवेव का असर बढ़ा। आर्कटिक की बर्फ का तेजी से पिघलना और ग्रीनहाउस गैसों का अधिक उत्सर्जन मौसम में इस बदलाव का मुख्य कारण माना जा रहा है, जिससे बेमौसम बारिश और अत्यधिक गर्मी के कारण जनहानि हो रही है।