फ्रांसीसी वैज्ञानिकों ने खोजा ‘गुयाडा नेगेटिव’ ब्लड ग्रुप

चिकित्सा विज्ञान में एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है, जहां वैज्ञानिकों ने रक्त के एक नए और अत्यंत दुर्लभ समूह की पहचान की है. इसे ‘गुयाडा नेगेटिव’ नाम दिया गया है और यह फ्रांसीसी गुयाडेलूप द्वीप समूह की एक महिला के शरीर में पाया गया है. कई वर्षों के शोध और रक्त अनुक्रमण के बाद यह सफलता मिली है. वर्तमान में, वह इस रक्त समूह की एकमात्र ज्ञात धारक हैं, जो उन्हें अपने माता-पिता से आनुवंशिक उत्परिवर्तन के कारण विरासत में मिला है.
यह घोषणा फ्रांसीसी रक्त आपूर्ति संगठन फ्रेंच ब्लड एस्टैब्लिशमेंट (ईएफएस) ने शुक्रवार को एक बयान में की. बताया गया है कि यह पृथ्वी का 48वां ब्लड ग्रुप सिस्टम है. इस खोज से चिकित्सा समुदाय में भारी उत्साह है. चिकित्सकों का दावा है कि इससे रक्त आधान, अंग प्रत्यारोपण और कई अन्य चिकित्सा प्रक्रियाओं में सफलता की दर बढ़ेगी. ज्ञात एबीओ सिस्टम के अलावा, रक्त के कई अन्य दुर्लभ समूह भी मौजूद हैं, लेकिन यह अपनी विशिष्टता के कारण महत्वपूर्ण है.