सबसे ज़्यादा धर्म छोड़ रहे ईसाई, स्थिर हिंदू और मुस्लिम

हाल ही में जारी प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार, विश्वभर में धार्मिक संबद्धता में कमी आ रही है, खासकर 55 वर्ष से कम आयु वर्ग के युवाओं में। रिपोर्ट बताती है कि 10 में से लगभग 1 युवा अपने बचपन का धर्म छोड़ चुका है। सर्वेक्षण के आंकड़ों के मुताबिक, ईसाई धर्म को सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जहां प्रति 100 ईसाइयों में से 17.1 ने अपना धर्म त्यागा है, जबकि केवल 5.5% ने इसे अपनाया है, जिससे कुल 11.6% का शुद्ध घाटा हुआ।
वहीं, बौद्ध धर्म में भी 9.8% का शुद्ध घाटा देखा गया है, जिसमें 22.1% लोगों ने धर्म त्यागा और 12.3% ने अपनाया। इसके विपरीत, धार्मिक रूप से गैर-संबद्ध वर्ग में 16.7% का शुद्ध लाभ हुआ है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मुस्लिम और हिंदू धर्म में धर्मांतरण की दर स्थिर है, जिसमें धर्म छोड़ने और अपनाने वालों की संख्या लगभग बराबर है, जो उनकी मजबूत पारिवारिक संरचना और धार्मिक परंपराओं के प्रति सामाजिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह प्रवृत्ति मानव विकास सूचकांक (HDI) से भी जुड़ी हुई है, जहां उच्च HDI वाले देशों में अधिक लोग अपना धर्म छोड़ रहे हैं।