भारत की बढ़ती ड्रोन शक्ति, चीन-पाक की उड़ी नींद

भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को लगातार मजबूत कर रहा है। हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने 2000 करोड़ रुपये की आपातकालीन खरीद को मंजूरी दी है, जिससे भारतीय सेना को अत्याधुनिक ड्रोन तकनीक से लैस किया जाएगा। यह कदम चीन, पाकिस्तान और तुर्किए जैसे देशों के लिए एक सीधी चुनौती माना जा रहा है। ये उन्नत ड्रोन न केवल सीमा सुरक्षा को सुदृढ़ करेंगे, बल्कि दुश्मन की गतिविधियों पर पैनी नज़र रखने और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल जवाबी कार्रवाई करने में भी सक्षम होंगे।
इस आपातकालीन खरीद के तहत भारतीय सेना को विभिन्न प्रकार के ड्रोन मिलेंगे, जिनमें दुश्मन के ड्रोन को पहचानने और निष्क्रिय करने में सक्षम इंटीग्रेटेड ड्रोन डिटेक्शन एंड इंटरडिक्शन सिस्टम शामिल है। इसके अतिरिक्त, निगरानी और हमले दोनों मिशनों के लिए रिमोटली पायलेटेड एरियल व्हीकल्स (RPVs), लक्ष्य पर सटीक हमला करने वाले लायट्री म्यूनिशन ड्रोन और लंबी दूरी के हमले करने वाले सर्विलांस कॉम्बैट ड्रोन भी सेना के बेड़े में शामिल किए जाएंगे। यह अधिग्रहण भारतीय सेना को उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करेगा।