एनएसई ला रहा ‘इलेक्ट्रिसिटी फ्यूचर्स’, अब बाजार तय करेगा बिजली का दाम

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) 11 जुलाई 2025 से ‘इलेक्ट्रिसिटी फ्यूचर्स’ की ट्रेडिंग शुरू करने जा रहा है, जिससे बिजली बाजार को शेयर बाजार से जोड़ा जाएगा। यह कदम बिजली की कीमतों में पारदर्शिता लाने और कंपनियों को दाम के उतार-चढ़ाव से बचाने में मदद करेगा। इस नई पहल के तहत, एनएसई ने एक खास ‘लिक्विडिटी एन्हांसमेंट स्कीम’ (एलईएस) भी शुरू की है, जिसका मकसद बाजार में तरलता बनाए रखना है।
‘इलेक्ट्रिसिटी फ्यूचर्स’ एक ऐसा समझौता है, जिसमें भविष्य में बिजली की कीमत पहले से तय की जाती है, बिना वास्तविक बिजली के आदान-प्रदान के। इसमें वे कंपनियां, बिजली उत्पादक, ट्रांसमिशन कंपनियां और सेबी-अनुमोदित वित्तीय संस्थाएं भाग ले सकती हैं, जो मूल्य जोखिम को कम करना चाहती हैं। एनएसई इस बाजार में दो मार्केट मेकर्स को प्रोत्साहित करेगा, जिन्हें तरलता बनाए रखने के लिए मासिक प्रोत्साहन राशि मिलेगी। मार्केट मेकर्स को 2 जुलाई 2025 तक पंजीकरण कराना होगा और उन्हें एनएसई द्वारा निर्धारित शुद्ध संपत्ति, अनुशासनात्मक रिकॉर्ड और अनुभव जैसी शर्तों को पूरा करना होगा।