ईरान ने बदली रणनीति, सऊदी अरब से बढ़ाई दोस्ती

ईरान और इजराइल के बीच भले ही संघर्ष-विराम हो गया हो, लेकिन तनाव अब भी बरकरार है. ऐसे में ईरान ने अपनी विदेश नीति में बदलाव करते हुए मध्य पूर्व के उन देशों से भी संबंध सुधारने की पहल की है, जिन्हें वह लंबे समय से अपना प्रतिद्वंद्वी मानता रहा है. इस क्रम में पहला नाम सऊदी अरब का है. ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल अब्दुलरहीम मौसवी ने हाल ही में सऊदी अरब के रक्षा मंत्री प्रिंस खालिद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज से फोन पर बात की. दोनों नेताओं ने रक्षा क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय सुरक्षा व स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों पर चर्चा की.
यह मौसवी की चीफ ऑफ स्टाफ का पद संभालने के बाद सऊदी रक्षा मंत्री के साथ पहली वार्ता थी. ईरान और सऊदी अरब के बीच दशकों पुरानी राजनीतिक और धार्मिक दुश्मनी रही है, जिसमें दोनों देश सीरिया, यमन, इराक और लेबनान जैसे क्षेत्रों में छद्म युद्धों में शामिल रहे हैं. हालांकि, 2023 में चीन की मध्यस्थता से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध बहाल हुए थे, लेकिन अब भी तनाव पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है.