भारतीय फाइटर जेट को लेकर विवाद, नौसेना अधिकारी के बयान पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा

एक भारतीय नौसेना अधिकारी की टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती चरण में भारतीय वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमान खो दिए, क्योंकि उन्हें पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमला न करने का आदेश था और केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाना था. इंडोनेशिया के जकार्ता में दिए गए इस बयान को कांग्रेस ने लपकते हुए सरकार से तीन सवाल पूछे हैं. इस बीच, इंडोनेशिया स्थित भारतीय दूतावास ने स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि नौसेना अधिकारी की टिप्पणियों को गलत संदर्भ में प्रस्तुत किया गया है.
दूतावास ने बताया कि अधिकारी की टिप्पणी का उद्देश्य यह समझाना था कि भारतीय सशस्त्र बल राजनीतिक नेतृत्व के अधीन काम करते हैं और ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाना था, न कि कोई उकसावे वाली कार्रवाई करना. 7 मई को लॉन्च किया गया ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में था, जिसमें पाकिस्तान नियंत्रित कश्मीर और पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था. 10 मई को दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी थी.