ईरान-इजराइल तनाव गहराया, कच्चे तेल के दाम बढ़े

ईरान और इजराइल के बीच 12 दिनों के संघर्ष के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से हुए संघर्ष विराम पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। ईरान को संदेह है कि इजरायल इस युद्ध विराम का पालन करेगा, जिससे क्षेत्र में फिर से सैन्य टकराव की आशंका बढ़ गई है। ईरान ने साफ किया है कि वह किसी भी नए हमले का करारा जवाब देने के लिए तैयार है। इस तनाव का असर वैश्विक कच्चे तेल बाजार पर दिखना शुरू हो गया है, जहाँ दाम 0.36 फीसदी तक बढ़ गए हैं।
ईरान की अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी फार्स के अनुसार, सशस्त्र बलों के प्रमुख अब्दोलरहीम मौसवी ने दुश्मन के संघर्ष विराम की मंशा पर संदेह जताया है। उन्होंने सऊदी रक्षा मंत्री खालिद बिन सलमान से भी इस मुद्दे पर बात की है। अगर ईरान और इजराइल के बीच तनाव फिर से बढ़ता है और ईरान होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने का फैसला करता है, तो इसका सीधा असर वैश्विक तेल आपूर्ति पर पड़ेगा, जिससे कच्चे तेल की कीमतें और भी बढ़ सकती हैं।