दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए कृत्रिम बारिश की जाएगी

प्रदूषण से ग्रस्त दिल्ली में कृत्रिम बारिश के जरिए पर्यावरण प्रदूषण को नियंत्रित करने की पहल की गई है। 4 से 11 जुलाई तक प्रायोगिक तौर पर ‘क्लाउड सीडिंग’ की जाएगी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि आईआईटी कानपुर ने पहले ही पुणे स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) को उड़ान योजना सौंप दी है।
इस परियोजना के तहत पांच विमान दिल्ली के बाहरी इलाके और उत्तर-पश्चिम में करीब 100 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में क्लाउड सीडिंग करेंगे, जिस पर करीब 3 करोड़ 21 लाख रुपये खर्च होंगे।
हालांकि, विशेषज्ञों ने सिल्वर आयोडाइड जैसे रसायनों के इस्तेमाल से पर्यावरण पर पड़ने वाले असर और घनी आबादी वाले शहरों में इसके असर को लेकर चिंता जताई है। हालांकि कृत्रिम बारिश का विचार नया नहीं है और पिछली आप सरकार ने 2023 की सर्दियों में भी इसकी योजना बनाई थी, लेकिन प्रतिकूल मौसम की वजह से इसे लागू नहीं किया जा सका। पर्यावरण मंत्री ने दावा किया कि मौजूदा भाजपा सरकार ने मंजूरी की प्रक्रिया तेजी से पूरी की है, जबकि पिछली सरकार सद्भावना की कमी के कारण काम नहीं कर पाई थी।