मोदी सरकार की गलती की वजह से भारत ने खोए विमान! कैप्टन शिवकुमार की टिप्पणी पर विवाद

नई दिल्ली: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय वायुसेना के कथित विमान खोने का मुद्दा फिर से सामने आया है। इस बार विवाद की आग इंडोनेशिया में भारतीय रक्षा अताशे कैप्टन शिवकुमार की टिप्पणी से भड़की है।
उन्होंने कहा कि भारत ने राजनीतिक मजबूरी की वजह से कुछ विमान खोए हैं।
कैप्टन शिवकुमार ने एक बयान में कहा, ‘मैं यह स्वीकार नहीं करता कि भारत ने इतने विमान खो दिए, लेकिन मैं यह स्वीकार करता हूं कि हमने कुछ विमान खो दिए, और यह केवल राजनीतिक नेतृत्व द्वारा सैन्य प्रतिष्ठानों या उनकी वायु रक्षा प्रणालियों पर हमला न करने की मजबूरी के कारण हुआ।’
कैप्टन शिवकुमार ने और क्या कहा?
शिवकुमार ने कहा, ‘युद्ध के बाद, हम अपनी रणनीति बदलते हैं और उनके सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करते हैं। इसलिए हम पहले दुश्मन की वायु रक्षा प्रणालियों को अलग करते हैं और नष्ट करते हैं। यही कारण है कि हमारे सभी हमले सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और ब्रह्मोस जैसी सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों का उपयोग करके आसानी से सफल रहे।’ कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना कैप्टन की टिप्पणी सामने आने के बाद कांग्रेस ने एक बार फिर इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने अपने एक एक्स-पोस्ट में लिखा, ‘राजनीतिक नेतृत्व की मजबूरी के कारण भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के हाथों लड़ाकू विमान गंवाए। उन्होंने यह भी कहा कि यह बात भारतीय नौसेना के अधिकारी कैप्टन शिव कुमार ने कही थी।’ पोस्ट में आगे लिखा है, ‘इससे पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) अनिल चौहान ने भी माना था कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया गया था। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और युद्ध विराम से जुड़े ऐसे कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सामने आकर सच्चाई बतानी चाहिए। लेकिन वह अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं और जवाबदेही से बच रहे हैं।’ इसके साथ ही कांग्रेस ने ये तीन सवाल भी पूछे हैं: पहला सवाल: प्रधानमंत्री अपनी अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाने और विपक्ष को सच्चाई बताने से क्यों इनकार कर रहे हैं? दूसरा सवाल: इस मुद्दे पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग क्यों खारिज कर दी गई?
तीसरा सवाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री देश से क्या छिपा रहे हैं?
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कैप्टन शिवकुमार की टिप्पणी सामने आने के बाद कांग्रेस ने जिस तरह से इस मुद्दे को तूल दिया है, उससे एक बात तो साफ है कि आने वाले दिनों में राजनीतिक माहौल गरमाने वाला है। अब देखना यह है कि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर क्या कहती है या भाजपा नेता इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।